#अपराध
August 9, 2025
हिमाचल में हीलियम गैस से सुसा*इड का पहला केस, बैंकर ने नोट में पत्नी-पिता के खोले कई राज
पंचायत प्रधान है SBI कर्मचारी के पिता
शेयर करें:
बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में संदिग्ध परिस्थितियों में मिली बैंकर की लाश ने हड़कंप मचा दिया है। घुमारवीं उपमंडल से आए इस सनसनीखेज मामले ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। अब इस मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है।
नौसेना के पूर्व सैनिक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कैशियर विपन ठाकुर (47) का शव शुक्रवार रात घुमारवीं से लगभग तीन किलोमीटर दूर बल्लू के पास उनकी कार में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। मौत का तरीका चौंकाने वाला था – विपन के मुंह पर ऑक्सीजन मास्क लगा हुआ था, जो हीलियम गैस के सिलिंडर से जुड़ा था।
मास्क पर प्लास्टिक का लिफाफा और सेलो टेप लिपटी हुई थी। पुलिस की शुरुआती जांच में माना जा रहा है कि यह मामला आत्महत्या का है और आसान मौत के लिए हीलियम गैस का इस्तेमाल किया गया, जो प्रदेश में पहली बार और देश में चौथा ऐसा मामला बताया जा रहा है।
भपराल गांव के निवासी और वर्तमान में घुमारवीं के मोरसिंघी स्थित SBI शाखा में कैशियर के पद पर कार्यरत विपन ठाकुर गुरुवार सुबह एक सहकर्मी के साथ ड्यूटी पर पहुंचे थे। दिनभर बैंक का काम निपटाने के बाद शाम लगभग 6 बजे उन्होंने पत्नी को फोन कर बताया कि वह सब्जी और अन्य सामान लेकर घर लौट रहे हैं।
इसके बाद उनका फोन बंद हो गया। पत्नी को देर रात तक उनके घर न पहुंचने पर चिंता हुई और उन्होंने घुमारवीं में अपने परिचितों को सूचना दी। स्थानीय लोगों ने तलाश शुरू की और रात करीब 9 बजे बल्लू में हाईवे किनारे एक ट्रक के पीछे खड़ी उनकी कार देखी।
कार के भीतर विपन अचेत अवस्था में मिले। शीशा खटखटाने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। क्वार्टर से दूसरी चाबी मंगाकर कार का दरवाज़ा खोला गया, तो दृश्य देखकर सभी सन्न रह गए। कार के अंदर विपन के मुंह पर ऑक्सीजन मास्क बंधा था, जो हीलियम गैस सिलिंडर से जुड़ा था।
मास्क के ऊपर पॉलीथीन का लिफाफा और सेलो टेप कसकर लिपटी हुई थी। सिलिंडर का रेगुलेटर खुला हुआ था। यह वही गैस है, जो आमतौर पर उड़ने वाले गुब्बारों में भरी जाती है, लेकिन बंद वातावरण में इसकी अधिक मात्रा मौत का कारण बन सकती है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, पुलिस को कई बार फोन करने के बावजूद समय पर टीम मौके पर नहीं पहुंची। आखिरकार एक परिचित व्यक्ति विपन को कार सहित अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस को विपन की कार से चार पन्नों का एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें उन्होंने पारिवारिक कलह, पत्नी से तनावपूर्ण रिश्ते और बैंक में कार्यस्थल के दबाव का उल्लेख किया है। नोट में लिखा है कि उनकी पत्नी बच्चों को मारती थी, जिस पर वे आपत्ति जताते थे, लेकिन इस पर विवाद बढ़ जाता था। पिता के साथ भी मनमुटाव जारी था। उन्होंने खुद को ईमानदार व्यक्ति बताते हुए लिखा कि कार्यालय में समय पर पहुंचने और काम पूरा करने के बावजूद उन पर दबाव बनाया जाता था।
सुसाइड नोट के अंत में उन्होंने लिखा – "मैं जा रहा हूं, मेरी परवाह मत करना। मेरी मौत का जिम्मेदार कोई नहीं है।" पुलिस इस नोट को हैंडराइटिंग विशेषज्ञों से जांच करवाएगी, ताकि लिखावट की पुष्टि हो सके।
घुमारवीं के DSP चंद्रपाल सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। मोबाइल कॉल डिटेल, इंटरनेट सर्च हिस्ट्री और हाईवे व आसपास के CCTV की फुटेज खंगाली जा रही है।
पुलिस को सूचना मिली है कि विपन पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट पर आत्महत्या के तरीकों, खासकर हीलियम गैस के उपयोग से जुड़ी जानकारी खोज रहे थे। हीलियम गैस सिलिंडर कहां से और कैसे खरीदा गया, इसकी भी जांच की जा रही है। पुलिस ने कार से बरामद सभी सामान को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
विपन के पिता, जो भपराल पंचायत के प्रधान हैं, ने मांग की है कि इस रहस्यमयी मौत का सच सामने आना चाहिए। उन्होंने पुलिस से हाईवे के कैमरों की फुटेज देखने, विपन के साथ किसी अन्य व्यक्ति की मौजूदगी की जांच करने और गैस सिलिंडर के स्रोत का पता लगाने की अपील की है।
घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आर्थिक और सामाजिक रूप से संपन्न, नौकरीपेशा और पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे व्यक्ति ने इतना चरम कदम क्यों उठाया। फिलहाल, पुलिस इसे आत्महत्या मानते हुए जांच कर रही है, लेकिन अन्य संभावनाओं को भी खारिज नहीं कर रही।