#अपराध
October 31, 2025
हिमाचल से मुंबई और दिल्ली सप्लाई हो रहा था नशा, कुत्ते ने पकड़वाए पति-पत्नी समेत चार
जंगलों से खरीदी थे खेप- अमरो ने सूंघ कर पकड़वा दी
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मंडी। हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करी का काला धंधा धड़ल्ले से किया जा रहा है। हालात ऐसे हैं कि ये नशा तस्कर हिमाचल से बाहर भी चरस-चिट्टा आदि जैसे नशे सप्लाई कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस टीमें आए दिन कई नशा तस्करों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल रही है।
ताजा मामले में हिमाचल प्रदेश के एक दंपती समेत कुल चार तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं। दिल्ली पुलिस की के-9 यूनिट के जांबाज स्निफर डॉग ‘अमरो’ ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वफादारी और सतर्कता के मामले में वह किसी इंसानी जासूस से कम नहीं।
बीते कुछ दिनों में ‘अमरो’ ने दो अलग-अलग अभियानों में पुलिस की मदद से लगभग 1.2 करोड़ रुपये की उच्च गुणवत्ता वाली चरस बरामद करवाई है। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद नशा माफिया में हड़कंप मचा हुआ है।
यह मामला 22 अक्टूबर का है। उत्तर-पश्चिमी दिल्ली पुलिस की विशेष टीम को सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध कार मुकंदपुर चौक की ओर आ रही है, जो हिमाचल प्रदेश से ड्रग्स लेकर दिल्ली पहुंची है। सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी की और कुछ देर बाद एक सफेद रंग की कार को रोका।
शुरुआती तलाशी में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला, लेकिन पुलिस को कार के बर्ताव और सवारों के जवाब पर शक हुआ। इसके बाद टीम ने के-9 यूनिट को मौके पर बुलाया। कुछ ही मिनटों में ‘अमरो’ ने कार के पिछले हिस्से को सूंघते ही भौंकना शुरू किया और सीट के नीचे बनी एक गुप्त जगह की ओर इशारा किया।
जब पुलिस ने उस हिस्से को खोला तो अंदर से 2.06 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता की चरस बरामद हुई। मौके पर मौजूद दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया जिनकी पहचान चुन्नी लाल (निवासी मंडी, हिमाचल प्रदेश) और उसकी पत्नी के रूप में हुई।
पुलिस पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ। दंपती ने बताया कि उन्होंने यह चरस हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के जंगलों में सक्रिय नेपाली तस्करों से खरीदी थी। त्योहारों के दौरान दिल्ली, NCR और मुंबई में नशे की भारी मांग को देखते हुए यह खेप यहां लाई गई थी।
मुख्य आरोपी चुन्नी लाल ने बताया कि उसने यह ड्रग्स कुल्लू निवासी प्रकाश चंद से खरीदी थी। इस सुराग के आधार पर पुलिस टीम ने 28 अक्तूबर को मुख्य सप्लायर प्रकाश चंद को कुल्लू से गिरफ्तार कर लिया।
10 साल की सजा काट चुका सरगना
पुलिस रिकॉर्ड में प्रकाश चंद पहले भी NDPS एक्ट के तहत गिरफ्तार हो चुका था और 10 साल की सजा काटकर 2023 में ही जेल से बाहर आया था। रिहा होने के बाद उसने फिर से चरस की तस्करी शुरू कर दी थी।
के-9 यूनिट के ‘अमरो’ की सतर्कता ने 24 अक्तूबर को दूसरी बड़ी सफलता भी दिलाई। पुलिस टीम को सूचना मिली कि मुंबई का एक व्यक्ति हिमाचल से चरस लेकर दिल्ली के रास्ते मुंबई जाने वाला है। इस पर मुकरबा चौक के पास नाकाबंदी की गई।
कुछ देर बाद एक व्यक्ति संदिग्ध हालत में दिखाई दिया। जांच के दौरान जब अमरो को उसकी ट्रॉली बैग सूंघने को दी गई, तो उसने तुरंत संकेत दिया कि अंदर नशीला पदार्थ है। बैग खोलने पर पुलिस को 1.09 किलोग्राम चरस बरामद हुई।
आरोपी की पहचान योगेश कोलंबेकर (निवासी मुंबई) के रूप में हुई। योगेश ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह हिमाचल से चरस खरीदकर मुंबई के ड्रग नेटवर्क को सप्लाई करता था और दिल्ली को केवल ट्रांजिट पॉइंट के रूप में उपयोग करता था।
दोनों अभियानों में अब तक चार तस्कर गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनमें हिमाचल प्रदेश के मंडी और कुल्लू जिले के निवासी भी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, ये सभी तस्कर एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हैं जो कुल्लू-मनाली के जंगलों से चरस लाकर दिल्ली, एनसीआर और मुंबई में सप्लाई करते थे।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पश्चिम) ने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपियों पर NDPS एक्ट की सख्त धाराएं लगाई गई हैं। नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस की कई टीमें हिमाचल और दिल्ली में तैनात की गई हैं।
दिल्ली पुलिस की के-9 यूनिट में शामिल स्निफर डॉग ‘अमरो’ पहले भी कई महत्वपूर्ण ऑपरेशनों में नशे और विस्फोटक पदार्थों का पता लगा चुका है। अधिकारियों के अनुसार, अमरो ने अब तक 20 से अधिक बड़े अभियानों में पुलिस को सफलता दिलाई है।
इस ताजा कार्रवाई के बाद पुलिस अधिकारियों ने अमरो को विशेष रूप से सम्मानित करने की अनुशंसा की है। उनका कहना है कि अमरो हमारी टीम का साइलेंट वॉरियर है- जो हर बार बिना बोले, सिर्फ अपनी नाक से अपराधियों को बेनकाब कर देता है।
पुलिस ने बताया कि दोनों मामलों में बरामद नशे की कुल मात्रा 3.15 किलोग्राम है, जिसकी काले बाजार में कीमत लगभग 1.2 करोड़ रुपये आंकी गई है। गिरफ्तार सभी आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है, ताकि उनसे नेटवर्क के अन्य कड़ियों की जानकारी ली जा सके।