#हादसा
October 31, 2025
हिमाचल : खेलते-खेलते स्कूल के सेप्टिक टैंक में समाई मासूम, देह देख बेसुध हुए मां-बाप
नर्सरी में पढ़ती थी पांच साल की मनजीत
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सोलन। हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ उपमंडल के अंतर्गत दभोटा में गुरुवार को एक ऐसी दर्दनाक और अमानवीय घटना हुई जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। यहां स्थित एक निजी स्कूल परिसर में 5 वर्षीय नर्सरी छात्रा की खुले सेप्टिक टैंक में गिरकर मौत हो गई।
यह घटना न केवल एक परिवार के सपनों को चकनाचूर कर गई, बल्कि स्कूल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था और लापरवाही पर गंभीर सवाल भी खड़े कर गई है। इस घटना के बाद परिजनों में काफी आक्रोश है।
मिली जानकारी के अनुसार, नर्सरी कक्षा में पढ़ने वाली मनजोत कौर रोज की तरह आज सुबह अपने स्कूल गई थी। दोपहर के समय वह अन्य बच्चों के साथ स्कूल परिसर में खेल रही थी, तभी वह वहां बने सेप्टिक टैंक के पास पहुंच गई।
बताया जा रहा है कि टैंक का ढक्कन ठीक से बंद नहीं था और उसी खुले हिस्से से वह सीधे अंदर जा गिरी। बच्चों ने जब अपनी साथी को नहीं देखा तो शोर मचाया। शिक्षकों और स्टाफ ने जब मौके पर जाकर देखा तो हड़कंप मच गया।
टैंक में झांकने पर बच्ची का शरीर नजर आया। स्थानीय लोगों और स्कूल कर्मियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और बच्ची को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। टैंक में गिरने से बच्ची की मौत हो गई थी।
मनजोत की मौत की खबर जैसे ही उसके घर पहुंची, वहां कोहराम मच गया। परिजन बदहवास हालत में स्कूल पहुंचे। मां-बाप उस मासूम के स्कूल बैग और यूनिफॉर्म को देखकर बार-बार बेहोश हो रहे थे।
पड़ोसी और रिश्तेदार भी घटना स्थल पर पहुंचे और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जमकर रोष व्यक्त किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि स्कूल प्रशासन ने सुरक्षा के बुनियादी इंतजाम किए होते, तो आज यह त्रासदी टल सकती थी।
गांववासियों ने बताया कि स्कूल परिसर में बना यह सेप्टिक टैंक लंबे समय से खुला पड़ा था, लेकिन प्रबंधन ने इसकी सुध नहीं ली। किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया कि बच्चे वहां खेलते हैं और हादसा कभी भी हो सकता है। यह घटना एक बार फिर सवाल उठाती है कि क्या निजी स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा केवल कागजों तक सीमित रह गई है?
घटना की सूचना मिलते ही नालागढ़ पुलिस स्टेशन से टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने बच्ची के शव को टैंक से बाहर निकलवाकर कानूनी औपचारिकताएं पूरी कीं और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में स्कूल की सुरक्षा संबंधी घोर लापरवाही की पुष्टि हुई है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बद्दी अशोक वर्मा ने बताया कि आज को मनजोत कौर का पोस्टमार्टम एम्स बिलासपुर में करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दभोटा और आसपास के क्षेत्रों में इस हादसे को लेकर गहरा शोक और आक्रोश है। लोग इस बात से क्षुब्ध हैं कि जिस स्थान को बच्चों के सुरक्षित शिक्षा स्थल के रूप में जाना जाता है, वही एक मासूम की कब्रगाह बन गया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि राज्य के सभी स्कूलों में सुरक्षा मानकों की तुरंत जांच की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।