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February 8, 2025
केंद्र की इस योजना को लागू करेगी सुक्खू सरकार, तो मिलेगी 1600 करोड़ की आर्थिक मदद
केंद्र की मोदी सरकार ने पत्र लिख कर यूपीएस बहाल करने को कहा
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शिमला। केंद्र की मोदी सरकार ने हिमाचल की कांग्रेस सरकार को एक बार फिर बड़ा ऑफर दे दिया है। केंद्र की मोदी सरकार ने सुक्खू सरकार को पत्र लिखकर हिमाचल में यूनिफाइड पेंशन स्कीम यूपीएस लागू करने को कहा है। यह दूसरी बार है जब केंद्र की मोदी सरकार ने हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार को पत्र लिख कर यूपीएस को लागू करने के लिए कहा हो।
इस बार केंद्र सरकार की ओर से सुक्खू सरकार के लिए आए पत्र में लिखा गया है कि अगर प्रदेश की सुक्खू सरकार हिमाचल में भी यूपीएस को लागू करती है तो उसे 1600 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद मिलेगी। लेकिन अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस केंद्र से आए इस पत्र पर क्या जवाब देते हैं।
बता दें कि इससे पहले भी केंद्र की मोदी सरकार ने हिमाचल की कांग्रेस सरकार को पत्र लिख कर हिमाचल में कर्मचारियों के लिए यूपीएस लागू करने को कहा था। लेकिन हिमाचल में सीएम सुक्खू ने सत्ता में आने के बाद कर्मचारियों की पुरानी पेंशन यानी ओपीएस को बहाल किया था। जिसके चलते सुक्खू सरकार ने इससे पहले केंद्र के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।
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हिमाचल की सुक्खू सरकार ने चुनाव से पहले वादा किया था कि सत्ता में आने पर वह ओपीएस बहाल करेंगे। जिसके चलते कर्मचारी वर्ग ने कांग्रेस का साथ दिया और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी और सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यमंत्री बने। कांग्रेस ने अपना वादा पूरा करते हुए सत्ता संभालते ही ओपीएस को लागू किया, जिससे प्रदेश के 1ण्36 लाख कर्मचारियों को लाभ मिला।
हिमाचल में सुक्खू सरकार को ओपीएस लागू करने का खामियाजा भी भुगतना पड़ा था। केंद्र की मोदी सरकार ने हिमाचल प्रदेश पर कई तरह की आर्थिक पाबंदियां लगा दी थी। जिसमें जिसमें ऋण सीमा में कटौती करते हुए इसे 6600 करोड़ रुपए तय कर दिया। साथ ही बाह्य सहायता प्राप्त परियोजनाओं के लिए 3 वर्ष में कुल 2900 करोड़ रुपए लेने की सीमा तय की गई है, जबकि पहले इसके लिए कोई सीमा तय नहीं थी।
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इतना ही नहीं हिमाचल में ओपीएस लागू होने के बाद प्रदेश के कर्मचारियों का एनपीएस के तहत केंद्र के पास जमा 9 हजार करोड़ रुपए भी कंेद्र की मोदी सरकार ने अभी तक नहीं लौटाए हैं। केंद्र के इतने सारे प्रतिबंधों के बावजूद भी हिमाचल की सुक्खू सरकार अपने फैसले पर अडिग है। अब देखना यह है कि केंद्र के दोबारा आए पत्र पर सीएम सुक्खू क्या जवाब देते हैं।
केंद्र सरकार द्वारा कर्मचारियों के लिए शुरू की गई यूनिफाइड पेंशन स्कीम यूपीएस पहले वाली ओपीएस की ही तरह है। यानी उससे मिलती जुलती है। यूनिफाइड पेंशन स्कीम में कर्मचारी की मृत्यु होने पर उनके परिवार को पेंशन का 60 फीसदी फैमिली पेंशन के रूप में दिया जाएगा।
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रिटायरमेंट के समय कर्मचारियों को ग्रेच्युटी के अलावा एकमुश्त भुगतान भी मिलेगा। यदि कोई कर्मचारी कम से कम 10 साल तक केंद्र सरकार की नौकरी करता है तो उसे न्यूनतम 10000 रुपए प्रति माह पेंशन मिलेगी।