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September 26, 2025

हिमाचल में 99 दिन तबाही मचाने के बाद विदा हुआ मानसून, 454 लोगों की निगल गया जिंदगी

हिमाचल को 99 दिन में पांच हजार से अधिक का हुआ नुकसान

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himachal Mansoon

शिमला। हिमाचल प्रदेश में लगातार तीन महीने से भी अधिक समय तक तबाही मचाने के बाद आखिरकार हिमाचल प्रदेश से मानसून ने पूरी तरह विदाई ले ली है। मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार को औपचारिक घोषणा करते हुए बताया कि अब प्रदेश के सभी 12 जिलों से मानसून पूरी तरह से लौट चुका है। इस बार का मानसून प्रदेश के लिए किसी भयावह आपदा से कम नहीं रहा। रिकॉर्ड तोड़ बारिश] बादल फटने और भूस्खलन ने न केवल जनजीवन अस्त-व्यस्त किया बल्कि भारी तबाही भी मचाई।

4881 करोड़ की संपत्ति का नुकसान

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार मानसून सीजन के दौरान हिमाचल को 4881 करोड़ रुपये की सरकारी और निजी संपत्ति का नुकसान हुआ। इस दौरान 454 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 लोग अब भी लापता हैं। आपदा में 651 पक्के और 1012 कच्चे मकान जमींदोज हो गए। इसके अलावा 2287 पक्के और 4908 कच्चे मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए। 584 दुकानें व फैक्ट्रियां, 58 लेबर शेड, 7048 गोशालाएं और 104 घराट व श्मशान घाट भी प्रभावित हुए।

 

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प्रभावितों के लिए राहत पैकेज

राज्य सरकार ने प्रभावित परिवारों को पुनर्निर्माण के लिए राहत राशि जारी करनी शुरू कर दी है। पूरी तरह से ढहे घरों के पुनर्निर्माण पर 7 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जा रहा है, जबकि केंद्र सरकार की ओर से सिर्फ 1.30 लाख रुपये की सहायता का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त, आंशिक नुकसान वाले मकानों और दुकानों पर एक-एक लाख, गोशालाओं पर 50 हजार, कृषि और बागबानी भूमि पर 10 हजार रुपये प्रति बीघा, पशुधन की मृत्यु पर 55 हजार, घरेलू सामान पर 70 हजार, किराएदारों के सामान पर 50 हजार और पॉलीहाउस पर 25 हजार रुपये तक की सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। अब तक एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और मुख्यमंत्री राहत कोष से जिलों को 270 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी हो चुकी है।

 

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सेब बागवानों को भी राहत

सेब सीजन में आई आपदा के बावजूद इस बार बाजार में सवा दो करोड़ पेटियां पहुंच चुकी हैं। मार्केट इंटरवेंशन स्कीम (एमआईएस) के तहत अब तक 67 हजार मीट्रिक टन सेब खरीदा गया है, जिससे बागवानों को कुछ हद तक राहत मिली है।

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विदाई के बाद बढ़ी गर्मी

मानसून की विदाई के बाद अब प्रदेश में धूप खिल रही है और तापमान सामान्य से काफी ऊपर पहुंच गया है। ऊना का अधिकतम तापमान 36 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.1 डिग्री ज्यादा है। प्रदेश के 26 में से 14 शहरों का पारा 30 डिग्री पार कर गया है। ठंडे इलाकों में भी तापमान में असामान्य वृद्धि देखी गई है। केलांग का अधिकतम तापमान 5.6 डिग्री और कल्पा का तापमान 5.2 डिग्री ऊपर पहुंच गया। शिमला का पारा 25.6 डिग्री और सोलन का 31 डिग्री तक पहुंच गया है।

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रात का तापमान भी चढ़ा

दिन के साथ-साथ रात का पारा भी सामान्य से ऊपर चल रहा है। मनाली का न्यूनतम तापमान 15.1 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.1 डिग्री ज्यादा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले छह दिन तक प्रदेश में धूप खिली रहेगी और दिन के तापमान में और बढ़ोतरी होगी।

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पर्यटन स्थलों पर सुहावना मौसम

जहां एक ओर मैदानी इलाकों में गर्मी ने दस्तक दी है, वहीं पर्यटन स्थलों का मौसम सुहावना बना हुआ है। शिमला का अधिकतम तापमान 25.6 डिग्री, धर्मशाला का 29.1 डिग्री, मनाली का 26.2 डिग्री, कुफरी का 20.7 डिग्री और नारकंडा का 21.5 डिग्री दर्ज किया गया। धूप निकलने से सैलानियों की आमद भी बढ़ रही है।

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