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October 8, 2025

हिमाचल : मलबे से जिंदा निकले भाई-बहन; अभी तक कानों में गूंज रही मां-चाची और दो भाइयों की चीखें

काफी सहमे हुए हैं आरुषि और शौर्य- नहीं थम रहे आंसूं

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Santoshi Private Bus Himachal Pradesh Road

बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में पेश आए हादसे ने पूरे हिमाचल को रुला कर रख दिया है। मंगलवार शाम बरठीं के पास हुए इस भीषण हादसे में कुल 16 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में एक ही परिवार के चार सदस्य शामिल हैं- जिनमें दो महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं।

हादसे ने रुलाया हिमाचल

बिलासपुर के बरठीं के पास मंगलवार शाम जो हादसा हुआ, उसने कई घरों के चूल्हे बुझा दिए। ये वही इलाका है जहां बारिश के बाद अक्सर पहाड़ दरकते हैं, लेकिन इस बार जो हुआ - उसने पूरा प्रदेश हिला दिया।

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एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत

आज फगोग गांव में एक ही घर से एक साथ चार लोगों की अर्थियां उठेंगी। मृतकों में दो मासूम और दो महिलाएं शामिल हैं। परिवार में एक साथ हुई चार लोगों की मौत के बाद परिजनों में चीख-पुकार मची हुई है।

मलबे से जिंदा निकले भाई-बहन

बताया जा रहा है कि इसी परिवार के दो अन्य बच्चे मलबे से सुरक्षित बाहर निकाले गए हैं- जिनमें एक लड़की और लड़का शामिल है। मरने वालों में दो सगे भाई और देवरानी-जेठानी शामिल हैं। हादसे ने पूरे परिवार को हिला कर रख दिया है।

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मृतकों की पहचान

  • अंजना देवी (29) पत्नी विपिन कुमार
  • कमलेश (36) पत्नी राजकुमार
  • आरव (4) पुत्री विपिन कुमार
  • नक्ष (7) पुत्र विपिन कुमार

देवरानी के मायके गई थी जेठानी

जानकारी के अनुसार, हादसे में मारे गए ये चारों लोग झंडुता विधानसभा के फगोग गांव के रहने वाले थे। कमलेश रिश्ते में अंजना की जेठानी थी। कल सुबह कमलेश अंजना के साथ उसके मायके गंगलोह गांव में एक फंक्शन में शामिल होने जा रही थी।

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दोनों के बच्चे भी थे साथ

इस दौरान दोनों के बच्चे भी साथ थे- जिसमें अंजना का बेटे आरव-नक्ष और कमलेश के बच्चे आरुषि और बेटा शौर्य शामिल हैं। यह सभी लोग शाम के वक्त फंक्शन से बस में वापस घर लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते में बस हादसे का शिकार हो गई।

मौके पर चार लोगों की मौत

हादसे में अंजना, कमलेश, नक्ष और आरव की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, कमलेश की बेटी आरुषि और बेटा शौर्य मलबे में दब गए। NDRF टीम ने दोनों बच्चों को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला है। मगर हादसे के बाद से दोनों बच्चे काफी सहमे हुए हैं।

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फौजी की पत्नी-बच्चों की मौत

अंजना के पति विपिन कुमार भारतीय सेना में सैनिक हैं। फौजी विपिन कुमार को हादसे की सूचना दे दी गई है। हादसे के वक्त वो ड्यूटी पर तैनात थे, लेकिन खबर मिलते ही वो घर के लिए रवाना हो गए हैं। आज विपिन घर पहुंच जाएंगे।

पत्नी की मौत, दोनों बच्चे घायल

वहीं, इस हादसे में विपिन की बड़े भाई राजकुमार की पत्नी कमलेश की भी मौत हो गई है। जबकि, उसकी बेटी और बेटा गंभीर रूप से घायल हैं। इस हादसे ने दोनों भाइयों की जिंदगी उजाड़ दी है। विपिन का बड़ा बेटा नक्ष तीसरी और आरव UKG में पढ़ता था।

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घर लौटे आरुषि और शौर्य

इस हादसे में घायल हुए आरुषि और शौर्य को AIIMS अस्पताल में उपचार देने के बाद डॉक्टरों ने घर भेज दिया है। दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है। मगर हादसे के बाद दोनों बच्चे काफी सहमे हुए हैं। इस हादसे में उनकी मां, चाची और दो चचेरे भाइयों की मौके पर मौत हो गई है। बच्चों ने बताया कि उनके कानों में अभी तक मां, चाची और दोनों छोटे भाइयों की चीखें गूंज रही हैं।

गाड़ी में छोड़ने आ रहे थे मायके वाले

परिजनों ने बताया कि अंजना के मायके वाले उन्हें अपनी गाड़ी से घर छोड़ने आ रहे थे। मगर अंजना नहीं मानी और बस में जाने की जिद्द करने लगी। मगर किसी को क्या पता था कि काल इन लोगों का रास्ते में इंतजार कर रहा था।

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बस में क्या हुआ था?

आरुषि ने जब बताया कि बस में क्या हुआ था, तो सुनकर सबकी रूह कांप गई। उसने कहा कि “मैं आगे की सीट पर बैठी थी। अचानक जोर की आवाज आई, बस हिल गई और फिर सब अंधेरा हो गया। चारों तरफ चीखें थीं, कोई किसी को नहीं देख पा रहा था। फिर किसी ने मेरा नाम पुकारा और मुझे बाहर निकाला। आरुषि बच गई, लेकिन उसकी मां कमलेश उसी बस में दम तोड़ चुकी थीं।

बस पर गिरा मलबा

विदित रहे कि, बीते कल देर शाम करीब साढ़े छह बजे बरठीं क्षेत्र में भूस्खलन की चपेट में आने से एक निजी बस पूरी तरह मलबे में दब गई। इस हादसे में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बस में 35 के करीब लोग सवार बताए जा रहे हैं। दो मासूम बच्चों को क्षतिग्रस्त बस से सुरक्षित निकाला गया है।

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