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December 11, 2025
सुक्खू सरकार का व्यवस्था परिवर्तन: बिजली बोर्ड के कर्मी दूसरे विभागो में देंगे सेवाएं जानें क्या है प्लान
बिजली बोर्ड प्रबंधन ने शुरू की कर्मचारियों के ट्रांसफर की तैयारी
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शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार ने बिजली बोर्ड कर्मचारियों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। सुक्खू सरकार बिजली बोर्ड के कई कर्मचारियों को दूसरे विभाग में शिफ्ट करने जा रही है। बिजली बोर्ड प्रबंधन ने प्रस्ताव तैयार करने का काम भी शुरू कर दिया है।
आपको बता दें कि राज्य विद्युत बोर्ड के सिविल कैडर पदों को लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभाग में ट्रांसफर किया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिजली बोर्ड प्रबंधन ने पदों के ट्रांसफर के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार करने का काम तेज कर दिया है।
फिलहाल, बिजली बोर्ड में करीब 250 कर्मचारी सिविल कैडर श्रेणी के हैं। ये कर्मचारी बोर्ड के निर्माण कार्य, भवन मरम्मत, मेंटेनेंस और विभिन्न सिविल प्रोजेक्ट्स को संभालते रहे हैं। सरकार का का मानना है कि बिजली बोर्ड का मुख्य दायित्व बिजली उत्पादन, वितरण और बिलिंग है।
जबकि, सिविल कार्य PWD और जल शक्ति विभाग जैसे तकनीकी विशेषज्ञता वाले विभाग बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं। इसी सोच के तहत सरकार ने इन पदों को चरणबद्ध तरीके से संबंधित विभागों में स्थानांतरित करने की तैयारी शुरू कर दी है।
बिजली बोर्ड द्वारा तैयार किया जा रहा प्रस्ताव दो चरणों पर आधारित होगा-
बिजली बोर्ड प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि इस फैसले से किसी भी कर्मचारी का नुकसान नहीं होगा। कर्मचारियों के वेतन, वरिष्ठता, सेवा शर्तें, और भविष्य की पेंशन लाभ इस बदलाव से प्रभावित नहीं होंगे। सभी निर्णय संबंधित विभागों के साथ समन्वय से ही लिए जाएंगे। यानी
बिजली बोर्ड जल्द ही तैयार प्रस्ताव को ऊर्जा विभाग और सरकार के पास भेजेगा। इसके बाद ऊर्जा मंत्रालय प्रस्ताव की जांच करेगा और कैबिनेट में इसे मंजूरी के लिए रखा जाएगा। फिर मंजूरी मिलते ही आधिकारिक अधिसूचना जारी होगी और ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस कदम से बिजली बोर्ड के खर्च में कमी आने की उम्मीद है और बोर्ड को अपनी मुख्य सेवाओं पर फोकस बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
हिमाचल प्रदेश पिछले कुछ वर्षों में बिजली उत्पादन और वितरण क्षेत्र में बड़ी चुनौतियों से गुजर रहा है। सरकार का मानना है कि यह कदम बिजली बोर्ड को आर्थिक और तकनीकी दोनों स्तरों पर लाभ देगा। ऐसे में सिविल कार्यों को विशेषज्ञ विभागों को सौंपने से-