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August 25, 2025
रेड अलर्ट पर हिमाचल के कई जिले, दो दिन भयंकर बारिश की चेतावनी, जलमग्न हुए कई गांव
इंदौरा में छह मकान गिरे, 10 गिरने की कगार पर पहुंचे घरों में तैर रहा सामान
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शिमला/कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश भीषण तबाही मचा रही है। मूसलधार बारिश ने जिला कांगड़ा के इंदौरा उपमंडल में जमकर तबाही मचाई है। यहां बाढ़ जैसे हालात बन गए और जनजीवन पूरी तरह से अस्त.व्यस्त हो गया। यहां के कई क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। भारी बारिश के कारण मकान जमींदोज हो गए, दुकानों में पानी घुस गया और सैकड़ों लोग प्रभावित हुए। प्रशासन ने 300 से अधिक लोगों के लिए राहत और खाने.पीने की अस्थायी व्यवस्था की है।
इस सब के बीच अब मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने एक और चेतावनी जारी कर दी है। मौसम विभाग ने आज यानी 25 और 26 अगस्त को प्रदेश के कई जिलों में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया है। पहले से बारिश की मार झेल रहे हिमाचल के लिए यह रेड अलर्ट किसी बड़ी मुसिबत के आने की आशंका की ओर इशारा कर रहा है।
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मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार आज 25 अगस्त को कांगड़ा, चंबा, मंडी जिला के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। जबकि बिलासपुर और कुल्लू के लिए ऑरेंज अलर्ट, और शिमला जिला में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसी तरह से 26 अगस्त को चंबा और कांगड़ा के लिए रेड अलर्ट, मंडी के लिए ऑरेंज अलर्ट और बिलासपुर व हमीरपुर सहित अन्य जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी है।
कांगड़ा जिला के इंदौरा पंचायत के वार्ड नंबर 2 और 3 में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। तेज बारिश के चलते पानी का बहाव इतना प्रचंड हो गया कि कई दुकानों के शटर तक टूट गए। दुकानों और घरों में रखा सामान चारपाइयां, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, सोफे आदि पानी में बहते नजर आए। हालात इस कद्र खराब हो गए हैं कि घरों में पांच फीट तक पानी भर गया है।
प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार अब तक इंदौरा उपमंडल में 6 मकान पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं, जबकि 10 मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है। लगभग 15 घरों की चारदीवारी भी पानी के तेज बहाव के कारण टूट गई। वार्ड नंबर 3 में पवना देवी का मकान पूरी तरह जमींदोज हो गया। पानी का बहाव इतना तेज है कि घरों के बाहर खड़े वाहनों को भी बहा कर ले जा रहा है। अब तक दो दर्जन से अधिक वाहनों के बहने की सूचना है।
वार्ड नंबर.2 में एक ही परिवार के चार सदस्य पानी में फंस गए थे। प्रशासन को सूचना मिलते ही एनडीआरएफ की 14वीं बटालियन की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहीं सुग.भटोली क्षेत्र में मधुमक्खी पालकों समेत 9 लोगों को भी रेस्क्यू किया गया। इन सभी लोगांे को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
भारी बारिश के चलते राज्य के आठ जिलों के शिक्षण संस्थानों को बंद रखा गया है। सड़कों के क्षतिग्रस्त होने और परिवहन बाधित होने के कारण छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसारए इस मॉनसून सीजन ;20 जून से 24 अगस्तद्ध के बीच अब तक 303 लोगों की मौत हो चुकी हैए 360 लोग घायल हुए हैं और 1212 घर पूरी तरह से ढह चुके हैं। प्रदेश में अब तक 625 सड़कें बंदए 1533 ट्रांसफार्मर ठप और 168 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। अनुमानित नुकसान 2300 करोड़ रुपये से अधिक बताया गया है।
एसडीएम इंदौरा डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि प्रभावित लोगों को तुरंत राहत पहुंचाई जा रही है। इंदौरा के सराय भवन में करीब 300 लोगों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था की गई है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है और पुनर्वास कार्य प्राथमिकता पर है।