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July 20, 2025
जयराम ने केंद्र से आई टीम को बताया आपदा पीड़ितों का दर्द, तबाही का मंजर भी दिखाया
जयराम बोले-केंद्र से एरिया स्पेसिफिक बजट की करेंगे मांग
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मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र में बादल फटने की विनाशकारी घटनाओं का जायजा लेने के लिए केंद्र सरकार की सात सदस्यीय उच्च स्तरीय टीम प्रभावित इलाकों के दौरे पर पहुंची। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के उप सचिव कंदर्प वी. पटेल के नेतृत्व में यह टीम थुनाग, बगसायड और आसपास के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रही है।
रविवार को इस टीम ने सराज विधानसभा क्षेत्र के कई आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान हिमाचल के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर भी उनके साथ मौजूद रहे। जयराम ठाकुर ने केंद्रीय टीम को करीब से आपदा प्रभावितों के दर्द से रू ब रू करवाया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में हुई तबाही, लोगों के उजड़े घरों दुकानों की जीती जागती तस्वीर भी दिखाई और इसकी विस्तृत जानकारी दी।
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जयराम ठाकुर ने टीम को बताया कि सराज क्षेत्र में एक ही रात में 12 स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं हुईं, जिससे 800 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा और सैकड़ों लोग बेघर हो गए। उन्होंने कहा कि यह आपदा स्थानीय लोगों के लिए जीवन भर की कमाई को लील गई है। इस आपदा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई। वहीं कई लोग अभी भी मलबे में दफन हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
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प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार इस बरसात के मौसम में मंडी जिले में कुल 708 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने केंद्रीय टीम के साथ बैठक में बताया कि सबसे अधिक क्षति थुनाग उपमंडल में दर्ज की गई है, जहां 394 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान आंका गया है। करसोग में 55 करोड़ और धर्मपुर उपमंडल में 47 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है।
बैठक में बताया गया कि लोक निर्माण विभाग को अब तक 302 करोड़ रुपए, जल शक्ति विभाग को 190 करोड़ रुपए, राज्य विद्युत बोर्ड को 34 करोड़, ग्रामीण विकास विभाग को 58 करोड़, बागवानी विभाग को 31 करोड़, कृषि विभाग को 8 करोड़, शिक्षा विभाग को 15 करोड़, नगर निगम मंडी को 6.5 करोड़ और स्वास्थ्य विभाग को लगभग 3 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
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केंद्रीय टीम के प्रमुख कंदर्प पटेल ने कहा कि दौरे के बाद क्षेत्रीय नुकसान का अंतिम ज्ञापन तैयार किया जाएगा और यह रिपोर्ट राष्ट्रीय कार्यकारी समिति को सौंपी जाएगी, जो केंद्र सरकार की आपदा राहत प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से प्राप्त इनपुट का रिपोर्ट में समावेश किया जाएगा।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि वह केंद्र सरकार से आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए एरिया स्पेसिफिक बजट की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार मंडी जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों नाचन, सराज, धर्मपुर और करसोग में भारी तबाही हुई है। इसलिए मैं दिल्ली जाकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा सहित सभी वरिष्ठ नेताओं से मिलकर इस क्षेत्र के लिए विशेष योजनाएं बनाने का आग्रह करूंगा।
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जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार से भी आग्रह किया कि एरिया स्पेसिफिक प्लान बनाकर केंद्र के समक्ष पेश करें, जिससे दीर्घकालिक समाधान निकाला जा सके और पुनर्वास के साथ.साथ भविष्य में आपदा प्रबंधन को लेकर ठोस ढांचा खड़ा किया जा सके। इस दौरान स्थानीय लोगों ने भी केंद्रीय टीम के समक्ष अपनी व्यथा रखी और पुनर्वास व मुआवजा प्रक्रिया को तेज करने की मांग की। टीम ने मौके पर जाकर नुकसान का गहन निरीक्षण किया और फील्ड रिपोर्ट तैयार की।