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July 20, 2025
हिमाचल : 2 सगे भाइयों ने एक ही दुल्हन संग लिए सात फेरे, तीनों की रजामंदी से हुआ जोड़ीदार विवाह
तीन दिन चला शादी समारोह, दूल्हों ने कहा- परंपरा पर गर्व
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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के शिलाई क्षेत्र से एक अनोखी और पारंपरिक शादी सुर्खियों में है। यहां दो सगे भाइयों प्रदीप नेगी और कपिल नेगी ने एक ही युवती सुनीता चौहान से विवाह रचाया है। यह विवाह कोई गुपचुप रस्म नहीं, बल्कि तीन दिन तक चले भव्य समारोह के रूप में आयोजित किया गया, जिसमें करीब 4,000 लोग शामिल हुए।
यह शादी सिरमौर की सामाजिक और सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ी बहुपति विवाह परंपरा का आधुनिक प्रतिनिधित्व मानी जा रही है। इस क्षेत्र में, विशेषकर शिलाई और इसके आसपास के इलाकों में, एक ही महिला का दो या अधिक भाइयों से विवाह करना कोई नई बात नहीं है। मगर यह परंपरा अब तक ज्यादातर मामलों में चुपचाप निभाई जाती रही।
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11 जुलाई से शुरू हुए इस विवाह समारोह में पारंपरिक रीतियों के साथ शादी की सभी रस्में निभाई गईं। 12 जुलाई को बारात कुन्हाट गांव गई और वहीं सुनीता से विवाह की रस्में संपन्न हुईं। 13 जुलाई को दुल्हन की विदाई और पारंपरिक नाच-गानों के साथ पूरे गांव में उत्सव जैसा माहौल रहा।
प्रदीप नेगी, जो जल शक्ति विभाग में कार्यरत हैं, ने कहा कि हमने यह फैसला बिना किसी दबाव के किया है। यह हमारी सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा है और हमें इस पर गर्व है।
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कपिल नेगी, जो बहरीन में नौकरी करते हैं, बोले कि मैं भले ही विदेश में हूं, लेकिन इस शादी से संयुक्त परिवार का हिस्सा बना हूं।
सुनीता चौहान ने भी स्पष्ट किया कि हम तीनों ने आपसी सहमति से यह शादी की है। हमें अपनी परंपरा की समझ है और कोई दबाव नहीं था।
स्थानीय निवासी बिशन तोमर और बुजुर्ग हीरा सिंह ने भी इस शादी की प्रशंसा की। गांव के एक शख्स ने कहा कि पहले ऐसी शादियां समाज से छुपकर होती थीं, मगर प्रदीप और कपिल ने खुले मंच पर इसे स्वीकार कर एक मिसाल कायम की है।
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बहुपति विवाह की स्थिति में लड़की की शादी कानूनी तौर पर केवल बड़े भाई के नाम से दर्ज होती है। जन्म लेने वाले पहले बच्चे का नाम भी बड़े भाई के नाम से सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज होता है, जबकि दूसरे बच्चे का पिता छोटे भाई को माना जा सकता है बशर्ते परिवार ऐसा फैसला ले।