#यूटिलिटी

July 21, 2025

हिमाचल में बिगड़े हालात: नाले से आए मलबे में आधी दफन हुई सवारियों से भरी बस; मची चीख पुकार

भारी बारिश से बाढ़ भूस्खलन ने बिगाड़े प्रदेश के हालात

शेयर करें:

Private Bus Stuck Debris

नाहन। हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटों से हो रही भारी बारिश ने एक बार फिर पूरे प्रदेश में कहर बरपा दिया है। जहां चंबा जिले से बादल फटने की खबर ने लोगों को दहशत में डाल दिया है, वहीं अब सिरमौर जिले से एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया है। लगातार तेज बारिश के कारण कई जिलों में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है और राज्य भर में सड़कें, खेत, और पुल बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।

बाल-बाल बचे 15 यात्री

सिरमौर जिले के श्रीरेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र में सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। संगड़ाह-चढ़ाना सड़क पर भारी बारिश के चलते काडीयाना नाले में अचानक बाढ़ के साथ भारी मलबा आ गया। अचानक आए इस मलबे की चपेट में एक निजी बस आ गई। इस बस में 15 के करीब यात्री सवार थे। यह बस मलबे में फंस गई और आगे नहीं जा पाई। देखते ही देखते बस आधी मलबे में धंस गई। जिसके चलते बस के दरवाजे भी पूरी तरह से जाम हो गए। बस के मलबे में फंसने से अंदर बैठी सवारियों में चीख पुकार मच गई।

 

 

यह भी पढ़ें : हिमाचल के एक और गांव पर गहरा संकट: पहाड़ दरका, बादल फटने जैसे बने हालात

 

इस सब के बीच बस के चालक और परिचालक ने सूझबूझ का परिचय दिया और स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए तुरंत ही बस में बैठी सवारियों को इमरजेंसी दरवाजे व ड्राइवर साइड से सुरक्षित बाहर निकाला। हालांकि मलबे की मात्रा इतनी अधिक थी कि बस हिल भी नहीं पाई और अभी तक वहीं फंसी हुई है।

सिरमौर के नेशनल हाईवे फिर बंद

सिरमौर जिले में भूस्खलन की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पांवटा साहिब-शिलाई-गुम्मा मार्ग (नेशनल हाईवे 707) पर भारी भूस्खलन हुआ है, जिससे सड़क पर बड़ी.बड़ी चट्टानें आ गिरी हैं। यह मार्ग शिलाई के उत्तरी क्षेत्र में पूरी तरह बंद हो गया है और दोनों ओर लंबा जाम लग गया है। इसी तरह नाहन-कुमारहट्टी नेशनल हाईवे 907 पर सादना घाट के पास भी भारी भूस्खलन हुआ है, जिससे यह मार्ग भी पूरी तरह से ठप हो गया है।

 

यह भी पढ़ें : हिमाचल में फिर फटा बादल : मकान, पुल और सड़कें बहीं, पति-पत्नी मलबे में दफन

सड़कें बंद होने से छात्रों कर्मचारियों को हुई परेशानी

लगातार बारिश और मलबे के कारण लोक निर्माण विभाग की 20 से अधिक सड़कें फिलहाल बंद पड़ी हैं। संगड़ाह-पालर-राजगढ़ सड़क मार्ग भी भूस्खलन की चपेट में है। इससे ग्रामीण इलाकों का संपर्क मुख्य मार्गों से पूरी तरह कट गया है। सड़कों के बंद होने से छात्रों और सरकारी कर्मचारियों को स्कूलों, कॉलेजों और कार्यालयों तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

 

यह भी पढ़ें : हिमाचल में तबाही के बीच एक और दुखद खबर: दो मासूम बच्चे पानी में डूब गए

फसलों को भारी नुकसान,

भारी बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया है। सिरमौर जिले में लगातार हो रही बारिश से शिमला मिर्च और टमाटर जैसी नगदी फसलें बर्बाद हो गई हैं। खेतों में पानी भरने और फसल गलने की वजह से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

 

यह भी पढ़ें : हिमाचल में ऑरेंज अलर्ट के बीच हवाई सेवाएं ठप : 142 सड़कें बंद, 7 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी

गिरी जटोन बैराज के खोले गए दो गेट

जिला के ऊपरी क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण गिरी जटोन बैराज के दो गेट खोलने पड़े हैं। इससे यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के पास न जाएं और सतर्क रहें।

 

नोट : ऐसी ही तेज़, सटीक और ज़मीनी खबरों से जुड़े रहने के लिए इस लिंक पर क्लिक कर हमारे फेसबुक पेज को फॉलो करें। 

 

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख