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December 10, 2025
हिमाचल के 235 शिक्षक बने हेडमास्टर : टाइम से नहीं किया ज्वाइन तो रद्द होंगे ऑर्डर- जानें
स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी की सूची, जल्द ड्यूटी करें ज्वाइन
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शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार ने सरकारी शिक्षकों को बड़ी सौगात दी है। हिमाचल स्कूल शिक्षा विभाग ने लंबे समय से लंबित प्रमोशन प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए कई शिक्षकों को प्रमोशन का तोहफा दिया है।
शिक्षा विभाग नें 235 TGT और पदोन्नत प्रवक्ताओं को मुख्य अध्यापक (हेडमास्टर) के पद पर नियुक्त किया है। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है।
इसके साथ ही विभाग ने ज्वाइनिंग की समयसीमा, प्रक्रिया और शर्तों को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश भी दिए हैं। जारी अधिसूचना के अनुसार नए पदोन्नत मुख्य अध्यापकों को अपने नए स्कूलों में निर्धारित समय सीमा के भीतर ज्वाइन करना होगा।
30 किमी या उससे कम दूरी होने की स्थिति में एक दिन के भीतर ज्वाइनिंग अनिवार्य है। 30 किमी से अधिक दूरी होने पर पांच दिन का समय दिया गया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि ज्वाइनिंग की अवधि किसी भी परिस्थिति में नहीं बढ़ाई जाएगी।
अधिसूचना में चेतावनी दी गई है कि निर्धारित समय सीमा का पालन नहीं करने पर पदोन्नति आदेश स्वतः निरस्त माने जाएंगे। ऐसे व्यक्ति को या तो एक वर्ष तक या फिर अगली डीपीसी होने तक प्रमोशन का लाभ नहीं मिल पाएगा।
विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि पदोन्नति को स्वयं ठुकराने वाले शिक्षक को इसका कारण लिखित रूप में बताना होगा, क्योंकि सार्वजनिक हित में पदोन्नति से इंकार करने की अनुमति नहीं है।
विद्यालय प्रधानाचार्यों और वर्तमान हेडमास्टर्स को निर्देश दिए गए हैं कि वे पदोन्नत अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से राहत दें ताकि वे अपने नए स्थानों पर कार्यभार ग्रहण कर सकें। राहत देने से पहले स्कूलों को निम्न तथ्यों की पुष्टि करनी होगी-
सभी पदोन्नत मुख्य अध्यापकों को अपने नए स्कूलों में ज्वाइन करने के बाद ज्वाइनिंग रिपोर्ट संबंधित जिला के उप-निदेशक (उप निदेशक शिक्षा) को भेजनी अनिवार्य है। उप-निदेशक इन सभी रिपोर्टों को संकलित कर निदेशालय को भेजेंगे, जहां से इनकी अंतिम पुष्टि की जाएगी।
शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिंक पर क्लिक कर देखें लिस्ट-
स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक आशीष कोहली की ओर से जारी इन आदेशों के बाद शिक्षा विभाग में नई ऊर्जा दिखाई दे रही है। कई शिक्षकों के लिए यह पदोन्नति वर्षों की प्रतीक्षा का परिणाम है, वहीं विभाग का मानना है कि हाई स्कूलों में नए मुख्य अध्यापकों की तैनाती से प्रशासनिक कार्य और शैक्षणिक गतिविधियां और अधिक मजबूत होंगी।