#राजनीति
December 10, 2025
सांसद कंगना ने राहुल गांधी के चरित्र पर दिया विवादित बयान, बोली- उस व्यक्ति में कोई दम नहीं
राहुल गांधी के जर्मनी दौरे ने खड़ा किया नया बवाल
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के मंडी से BJP सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने राहुल गांधी पर विवादित बयान दिया है। कंगना रनौत ने बेहद तीखे और विवादित शब्दों में राहुल गांधी पर प्रहार किया है। कंगना के इस बयान ने सियासी हलकों में हलचल पैदा कर दी है।
कंगना रनौत ने राहुल गांधी की यात्राओं पर अपनी नाराजगी और उपेक्षा दोनों जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें इन दौरों में कोई सार नजर नहीं आता। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कांग्रेस के लगातार कमजोर हो रहे जनाधार और नेतृत्व पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा मैं ऐसे व्यक्तित्व और चरित्र पर टिप्पणी नहीं करना चाहती, जिनके व्यक्तित्व में ही शक्ति का अभाव हो। जनता जान चुकी है कि कांग्रेस सिमटकर एकल अंक तक क्यों पहुंच गई है। कांग्रेस की ओर से इस पर फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक इसे व्यक्तिगत स्तर पर की गई कड़ी टिप्पणी मानकर देख रहे हैं।
#WATCH | दिल्ली: भाजपा सांसद कंगना रनौत ने लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर कहा, "...यह सबके लिए बहुत प्रत्यक्ष है कि क्यों उनकी पार्टी एकल अंक पर आ गई है, इस तरह के किरदार पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती क्योंकि उस व्यक्ति में कोई दम नहीं है, चरित्र… pic.twitter.com/oZP4k64oEF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 10, 2025
राहुल गांधी की यह यात्रा इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के निमंत्रण पर हो रही है। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस यूके के महासचिव विक्रम दुहान ने सार्वजनिक रूप से इस दौरे की पुष्टि की है। उनके अनुसार राहुल गांधी जर्मनी की संसद के कई सांसदों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान भारत की बदलती वैश्विक भूमिका, लोकतांत्रिक चुनौतियां और विदेश नीति पर विचार-विमर्श होगा।
जर्मनी में बसे भारतीय प्रवासी समुदाय के साथ एक बड़े कार्यक्रम में संवाद भी तय है। यूरोप स्थित राजनीतिक शोध संस्थानों और छात्र समूहों से भी बातचीत का कार्यक्रम शामिल है। कांग्रेस का कहना है कि यह दौरा पार्टी की विदेश नीति दृष्टि और वैश्विक सहयोग मंचों में उसकी उपस्थिति को मजबूत करने की कड़ी है।
विवाद का सबसे बड़ा केंद्र यह है कि राहुल गांधी यह विदेश यात्रा उस समय कर रहे हैं, जब लोकसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका होगा या होने वाला है। BJP इस मुद्दे को जिम्मेदारी से पलायन के रूप में पेश कर रही है, जबकि कांग्रेस सहयोगी दल इसे एक पूर्व निर्धारित अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम बता रहे हैं।
कुछ राजनीतिक विश्लेषक यह भी मानते हैं कि संसद सत्र के दौरान विपक्ष के नेता का विदेश जाना एक ऐसी राजनीतिक तस्वीर बनाता है, जिसे बीजेपी भुनाने में देर नहीं लगाती। यही वजह है कि कंगना रनौत का बयान अचानक सुर्खियों में आ गया है।
कांग्रेस इस दौरे को भारत की छवि और पार्टी की वैश्विक पहुंच से जोड़कर दिखाने की कोशिश कर रही है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी इसे राहुल गांधी के “बार-बार विदेश जाने वाली प्रवृत्ति” से जोड़कर देश में मुद्दा बनाने की कोशिश में है। कंगना रनौत का कड़ा बयान इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जहां वह भाजपा के स्टार फेस के तौर पर राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल खड़ा कर रही हैं।
राहुल गांधी की यात्रा पूरा होने के बाद कांग्रेस की ओर से विस्तृत रिपोर्ट और संवाद सामने आने की उम्मीद है। यह भी देखने वाली बात होगी कि संसद में विपक्ष के नेता की अनुपस्थिति को लेकर क्या कोई राजनीतिक टकराव बढ़ेगा या कांग्रेस इस विवाद को शांत करने में सफल रहेगी। फिलहाल, राहुल गांधी की जर्मनी यात्रा से पहले कंगना द्वारा छेड़ी गई यह सियासी बहस शीतकालीन सत्र की गहमागहमी के बीच राजनीतिक पारा और बढ़ाने वाली है।