#राजनीति
August 14, 2025
अनुराग बोले: धार्मिक विभाजन की पीड़ा भुलाई नहीं जा सकती, कांग्रेस पर भी साधा निशाना
दौलतपुर के हरवाल में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर हुआ कार्यक्रम
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दौलतपुर चौक (ऊना)। गगरेट विधानसभा क्षेत्र के हरवाल गांव में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद अनुराग ठाकुर ने देश के विभाजन की त्रासदी और उससे जुड़ी पीड़ाओं को याद करते हुए कहा कि 1947 में हुआ भारत-पाकिस्तान का विभाजन केवल एक राजनीतिक निर्णय नहीं, बल्कि मानवीय त्रासदी था, जिसकी टीस आज भी करोड़ों भारतीयों के मन में जीवित है।
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर उन्होंने कहा कि यह दिन उन अनगिनत निर्दोष लोगों को स्मरण करने का है, जिन्होंने विभाजन के समय अपना घर-परिवार, जीवन-यापन और यहां तक कि अपने परिजन तक खो दिए। उन्होंने कहा, "विभाजन को याद करना सांप्रदायिक नहीं है, बल्कि इसे इतिहास से मिटाना सांप्रदायिक मानसिकता का परिचायक है।
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अपने संबोधन में अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वर्षों तक विभाजन की पीड़ा को राजनीतिक कारणों से दबाया गया। “कांग्रेस सरकारों ने कभी उन पीड़ितों की आवाज़ नहीं सुनी, जिन्हें इतिहास ने हाशिए पर ला खड़ा किया। मोदी सरकार ने 2021 में निर्णय लेकर 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' घोषित किया, ताकि देश अपने इतिहास को न भूले और विभाजन के पीड़ितों को न्याय और सम्मान मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने हमेशा इतिहास की सच्चाई को सामने लाने का कार्य किया है, जबकि कांग्रेस ने इसे दबाने और विकृत करने का प्रयास किया।
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अनुराग ठाकुर ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भी धार्मिक असहिष्णुता और अलगाववाद की घटनाओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि आज भी देश में धार्मिक आधार पर कट्टरता को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि हिमाचल से लेकर केरल तक लव जिहाद के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। जब ऐसे देशों से सताए गए अल्पसंख्यक भारत में शरण लेने आए, तो मोदी सरकार ने उन्हें नागरिकता देकर मानवता की रक्षा की। उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का विरोध करने वालों पर भी निशाना साधा और कहा कि यह कानून धार्मिक उत्पीड़न से पीड़ित शरणार्थियों के लिए न्याय का माध्यम है, जिसे कांग्रेस राजनीति का मुद्दा बना रही है।
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हिमाचल प्रदेश को केंद्र से मिलने वाली सहायता के मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में अनुराग ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने राज्य को आपदा राहत और विकास योजनाओं के लिए भारी आर्थिक सहयोग दिया है। जहां यूपीए सरकार के 10 वर्षों में हिमाचल को SDRF के तहत जो राशि मिली, मोदी सरकार ने उससे तीन गुना अधिक राशि दी है। NDRF के अंतर्गत यह सहायता पांच गुना तक बढ़ी है।
उन्होंने सुक्खू सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में आपदा प्रभावित क्षेत्रों की उपेक्षा की गई और फंड्स का उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए अन्यत्र किया गया। भद्रकाली गांव में चल रहे एक प्रोजेक्ट की समीक्षा की बात करते हुए उन्होंने कहा कि संबंधित जानकारी जुटाकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।