#राजनीति
March 1, 2025
हिमाचल कांग्रेस नेताओं ने रजनी पाटिल के सामने निकाली भड़ास, जताई नाराजगी
कांग्रेस की नई कार्यकारिणी पर मंथन, पदाधिकारियों की संख्या सीमित रखने की मांग
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर मंथन जारी है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल की अध्यक्षता में शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय राजीव भवन, शिमला में आयोजित बैठक में वरिष्ठ नेताओं ने अपनी राय रखी। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि नई कार्यकारिणी में पदाधिकारियों की संख्या अधिक न हो और कार्यकर्ताओं को पूरा सम्मान मिले।
बैठक के दौरान सत्ता में रहते हुए भी काम न होने की शिकायतें कई नेताओं ने खुलकर रखीं। वहीं, मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के जिलास्तरीय दौरों में कार्यकर्ताओं से संवाद अनिवार्य करने की मांग भी उठी, ताकि पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं को सरकार की योजनाओं और नीतियों की बेहतर जानकारी मिल सके।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कौल सिंह ठाकुर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप कुमार, पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी, ठाकुर सिंह भरमौरी, रामलाल ठाकुर और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
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उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार और संगठन के बीच बेहतर तालमेल होना बेहद जरूरी है। कौल सिंह ठाकुर ने कहा, "सरकार की योजनाएं और गारंटियां अच्छी हैं, लेकिन कार्यकर्ताओं तक इसकी जानकारी ही नहीं पहुंच पा रही है।" उन्होंने सुझाव दिया कि कार्यकर्ताओं के माध्यम से इन योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए, जिससे जनता तक सही जानकारी पहुंचे।
कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि प्रदेश कार्यकारिणी का गठन जल्द से जल्द किया जाए, लेकिन इसे सीमित रखा जाए। कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि पिछली कार्यकारिणी में 400 से अधिक पदाधिकारी बनाए गए थे, जिनमें से कई को कार्यकर्ता भी पहचानते तक नहीं थे। इसलिए इस बार कार्यकारिणी छोटी और प्रभावी होनी चाहिए जिसमें केवल वे लोग शामिल हों जो संगठन के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं।
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प्रकाश चौधरी ने भी इस पर सहमति जताते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं को संगठन की रीढ़ माना जाना चाहिए और उनकी बातों को गंभीरता से सुना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान और पहचान नहीं मिलेगी तो पार्टी को आगे बढ़ाना मुश्किल होगा।
रजनी पाटिल ने बैठक में भरोसा दिलाया कि जल्द ही वह दोबारा प्रदेश का दौरा करेंगी और जिला स्तर पर कार्यकर्ताओं से बैठक कर संगठन की मजबूती के लिए आवश्यक कदम उठाएंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की शिकायतों और सुझावों को प्राथमिकता दी जाएगी।
बैठक के बाद कांग्रेस मुख्यालय में इस बात की चर्चा रही कि शुक्रवार को पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और मंत्री होटल में जाकर प्रभारी रजनी पाटिल से अलग से मिले। सूत्रों के अनुसार, इन नेताओं ने सरकार और संगठन में अपनी अनदेखी का मुद्दा उठाया और अपनी नाराजगी जाहिर की।
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बैठक के दौरान कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए सभी को एक साथ मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि, "कोई एक नेता कांग्रेस को आगे नहीं ले जा सकता, हमें एकजुट रहना होगा और एक-दूसरे का सम्मान करना होगा।"
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उन्होंने यह भी कहा कि यदि पार्टी उन्हें कोई जिम्मेदारी देती है, तो वह उसे पूरी निष्ठा से निभाएंगे। इससे पहले भी वह दो बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं और पार्टी के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
कुल मिलाकर कांग्रेस के भीतर संगठनात्मक बदलाव को लेकर गहन चर्चा जारी है। नेताओं ने स्पष्ट रूप से कार्यकर्ताओं को सम्मान देने, सरकार की योजनाओं को प्रचारित करने और कार्यकारिणी को सीमित रखने की मांग की है। पार्टी के भीतर गुप्त बैठकों और अनदेखी की शिकायतों ने यह भी दिखाया कि कांग्रेस के भीतर असंतोष भी बढ़ रहा है, जिसे दूर करने के लिए प्रदेश नेतृत्व को जल्द और ठोस कदम उठाने होंगे।