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November 11, 2025
दिल्ली दौर पर जा रहे हैं सीएम सुक्खू ! कैबिनेट विस्तार की चर्चाओं से कांग्रेस में हलचल
15 नवंबर को सीएम सुक्खू का दिल्ली दौरा प्रस्तावित
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 15 नवंबर को संभावित रूप से दिल्ली दौरे पर जा सकते हैं। यह दौरा राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा हैए क्योंकि कांग्रेस सरकार अपने कार्यकाल के तीसरे वर्ष को पूरा कर चुकी है, लेकिन प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार अब तक नहीं हुआ है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को बने दिसंबर में तीन साल पूरे हो जाएंगे। लेकिन अभी तक सुक्खू सरकार की कैबिनेट में खाली चल रहा एक पद नहीं भरा गया है। इतना ही नहीं प्रदेश अध्यक्ष पर भी फैसला अभी दिल्ली की गलियारों में ही भटक रहा है। अगर प्रदेश अध्यक्ष किसी मंत्री को बनाया जाता है तो प्रदेश में दो मंत्री पद खाली हो जाएंगे। ऐसे में अपने टर्म का आधा कार्यकाल गुजार चुकी सुक्खू सरकार जल्द ही कैबिनेट विस्तार करने की राह में आगे बढ़ना चाहती है।
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कुल मिलाकर मुख्यमंत्री का यह दिल्ली दौरा हिमाचल कांग्रेस के संगठन और सरकार दोनों के लिए नई दिशा तय कर सकता है, और मंत्रिमंडल विस्तार के साथ कई वरिष्ठ नेताओं के लिए नई जिम्मेदारियां सामने आ सकती हैं। सीएम सुक्खू के दिल्ली दौरे से प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में भी चर्चाओं का बाजार गरमाने लगा है।
सूत्रों के अनुसार 15 नवंबर को प्रस्तावित दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मंत्रिमंडल विस्तार और कैबिनेट फेरबदल को लेकर चर्चा करेंगे। पिछले तीन साल में हिमाचल में कई विभागों में वरिष्ठ पदाधिकारी और मंत्री पदों में रिक्तता रही है, और इसे लेकर राजनीतिक हलचल लगातार बनी हुई है। विपक्ष भी सरकार पर तंज कसता है कि जिस सरकार में एक साल से प्रदेश अध्यक्ष पर फैसला नहीं हुआ और जहां तीन साल से एक मंत्री पद नहीं भरा गया, वह सरकार कैसे स्थिरता से काम कर सकती है।
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सूत्रों का कहना है कि यदि कोई मौजूदा मंत्री कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनते हैं, तो इसके चलते दो मंत्रियों के पद खाली होने की संभावना है। ऐसे में हिमाचल में राजनीतिक और संगठनात्मक संतुलन बनाने की कवायद तेज हो गई है। चर्चा है कि शिमला संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस अध्यक्ष बनने की स्थिति में मंत्री की कुर्सी जा सकती है, जबकि मंडी या कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से किसी नेता को मंत्री बनाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री सुक्खू दिल्ली दौरे के दौरान पार्टी आलाकमान से सार्वजनिक उपक्रमों में रिक्त पदों को भरने पर भी मंथन करेंगे। विधानसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता घर बैठे हैं और उन्हें अब निगमों और बोर्डों में नई जिम्मेदारियां मिलने की संभावना है। पार्टी संगठन के भीतर लंबे समय से इन नियुक्तियों को लेकर चर्चा चल रही है और माना जा रहा है कि यह दौरा कई दिग्गज नेताओं के लिए नई भूमिका तय कर सकता है।
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इसी बीच 20 नवंबर को दिल्ली में अपर यमुना रिवर बोर्ड की बैठक प्रस्तावित है। इसमें हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव और शीर्ष अधिकारी भाग लेंगे। बैठक में यमुना नदी से हिमाचल को मिलने वाले जल की मात्रा और अन्य राज्यों के साथ बंटवारे पर चर्चा होगी। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड के जल दावों को लेकर लंबे समय से विवाद जारी है, और इस बैठक में इसका निपटारा खोजने की संभावना है।