#राजनीति
June 30, 2025
हिमाचल भाजपा को मिल गया नया सरदार, अध्यक्ष पद को आया सिंगल नामांकन;, कल होगी घोषणा
तीसरी बार प्रदेश अध्यक्ष बनने वाले पहले नेता बने डॉ राजीव बिंदल
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शिमला। हिमाचल प्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष मिल गया है। इस पर लगभग फैसला हो गया है। वर्तमान में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ही हिमाचल भाजपा के नए सरदार होंगे। डॉ राजीव बिंदल ने इसके लिए आज नामांकन भर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र नामांकन डॉ राजीव बिंदल ने ही भरा है। ऐसे में यह तय हो गया है कि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष डॉ बिंदल ही भाजपा के नए सरदार होंगे। हिमाचल भाजपा में तीसरी बार प्रदेश अध्यक्ष बनने वाले डॉ राजीव बिंदल पहले नेता होंगे। वह इससे पहले दो बार प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।
दरअसल आज सोमवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरे जाने थे। बीजेपी मुख्यालय दीप कमल शिमला में आज सोमवार दोपहर एक बजे तक अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ एक ही नामांकन बिंदल के रूप में भरा गया। डॉ राजीव बिंदल ने अपना नामांकन चुनाव अधिकारी डॉ. राजीव भारद्वाज को सौंपा। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए एक ही नामांकन भरने से यह साफ हो गया है कि पार्टी दोबारा संगठन की कमान डॉ बिंदल को सौंप सकती है। इसकी अधिकारिक घोषणा कल पहली जुलाई को होगी।
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सूत्रों के अनुसार, बिंदल को इस बार भी संगठन के शीर्ष नेतृत्व से मजबूत समर्थन मिला है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर जैसे दिग्गजों ने उनके नाम पर सहमति जताई है। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बिंदल की नजदीकी भी उनके पक्ष में एक मजबूत कारण मानी जा रही है।
बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष की औपचारिक घोषणा मंगलवार को शिमला के ऐतिहासिक पीटरहॉफ में की जाएगी। केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह इसके लिए विशेष रूप से शिमला पहुंचेंगे। इससे पहले प्रदेश प्रभारी डॉ. राजीव भारद्वाज ने नामांकन प्रक्रिया से जुड़ी अधिसूचना जारी की थी। दोपहर बाद 3 बजे नामांकन पत्रों की छंटनी और शाम 5 बजे तक नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
हालांकि बिंदल के अलावा पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के नाम भी चर्चा में थे। इनमें डॉ सिकंदर कुमार, इंदू गोस्वामी, राजीव भारद्वाज, त्रिकोल जम्वाल, विपिन सिंह परमार, बिक्रम ठाकुर और रणधीर शर्मा प्रमुख थे। लेकिन अंतिम समय तक इन नेताओं में से किसी ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया। इनमें सबसे आगे चल रहे नामों में डॉ सिकंदर कुमार और इंदू गोस्वामी भी नामांकन प्रक्रिया में शामिल ही नहीं हुए। दोनों नेताओं की गैरहाजिरी से बिंदल के नाम पर मुहर लगने के कयास और भी मजबूत हो गए हैं।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद को लेकर पार्टी में पिछले छह महीने से गतिरोध बना हुआ था। पार्टी को यह फैसला पिछले साल 25 दिसंबर तक लेना था, लेकिन भीतरी खींचतान और गुटबाजी के चलते घोषणा टलती रही। हालांकि इसी दौरान संगठनात्मक स्तर पर 18 लाख से ज्यादा नए सदस्यों को जोड़ा गया और जिला व ब्लॉक स्तर की समितियों का गठन भी कर लिया गया था। केवल अध्यक्ष का फैसला अधर में था, जो अब तय होता दिख रहा है।
डॉण् राजीव बिंदल का राजनीतिक सफर काफी उतार.चढ़ाव भरा रहा है। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में वे नाहन सीट से कांग्रेस के अजय सोलंकी से पराजित हो गए थे। इससे पहले वे 3 वर्षों तक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। हालांकि मई 2020 में कोविड काल के दौरान सामने आए कथित भ्रष्टाचार मामले के बाद उन्हें अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था। लेकिन पार्टी नेतृत्व ने वर्ष 2023 में उन्हें फिर से अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी। अब एक बार फिर वह इस पद पर लौटते दिख रहे हैं।
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अब जबकि नामांकन प्रक्रिया में बिंदल के अलावा कोई और सामने नहीं आया हैए यह लगभग तय माना जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2027 का विधानसभा चुनाव डॉ. राजीव बिंदल के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। पार्टी इस बार एक अनुभवी, जमीनी नेता पर भरोसा जताकर संगठन को स्थिरता देने की दिशा में बढ़ रही है।