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November 6, 2025
हिमाचल में कब होंगे पंचायत चुनाव, सीएम सुक्खू ने कर दिया साफ; आप भी जानें
सीएम सुक्खू ने कहा- नई पंचायतों का नहीं होगा गठन, समय से होंगे चुनाव
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शिमला। हिमाचल प्रदेश पंचायती राज चुनाव को लेकर आए दिन बयानबाजी हो रही है। पंचायत चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच भी तीखी नोकझोंक होती आ रही है। लेकिन अब इस सब के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पंचायत चुनाव को लेकर बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने लगभग तय कर दिया है कि हिमाचल में अगले पंचायत चुनाव कब होंगे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार नई पंचायतों का गठन नहीं करेगी और पंचायत चुनाव समय पर ही करवाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल राज्य में आपदा राहत कार्य प्राथमिकता पर हैं, और जैसे ही सभी पंचायत क्षेत्रों की सड़कें खुल जाएंगी, पंचायत चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।
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मुख्यमंत्री सुक्खू ने शिमला में कहा कि वर्तमान में प्रदेश में डिजास्टर एक्ट लागू है। इस कारण कई पंचायतों में संपर्क मार्ग अब भी बंद हैं। सरकार का दायित्व है कि पहले आपदा प्रभावित परिवारों को राहत और पुनर्वास कार्यों में सहयोग दिया जाए। हमारा पहला कर्तव्य है कि जिन लोगों के घर टूटे, खेत-खलिहान बह गए, उन्हें सहायता पहुंचाई जाए। जैसे ही सड़कों की बहाली पूरी होगी, पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार ने नई पंचायतें बनाने से इंकार कर दिया है, ताकि चुनाव में किसी तरह की देरी या प्रशासनिक जटिलता न हो। सुक्खू ने कहा कि मौजूदा ढांचे में ही पंचायत चुनाव समय पर करवाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि आपदा प्रभावितों की सहायता के लिए सरकार 10 नवंबर को मंडी में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इसमें घर गंवाने वाले परिवारों को आवास निर्माण के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी। इस कार्यक्रम में आपदा प्रभावितों को राहत राशि की पहली किश्त चार लाख रुपए के रूप में दी जाएगी। पूरी तरह से बेघर हुए लोगों को सरकार सात लाख देगी।
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मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी द्वारा स्वीकृत स्वास्थ्य परियोजना का झूठा श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। 1422 करोड़ रुपये की इस परियोजना में हिमाचल का 28 फीसदी हिस्सा है। भाजपा नेता जय राम ठाकुर भूल जाते हैं कि यह प्रोजेक्ट राज्य सरकार की पहल पर स्वीकृत हुआ है। अगर यह केंद्र की योजना है, तो जय राम ठाकुर इसके स्वीकृति पत्र दिखाएं। सुक्खू ने तंज कसते हुए कहा कि यदि पूर्व मुख्यमंत्री को वित्तीय प्रबंधन की समझ होती, तो उनके शासनकाल में हिमाचल का आर्थिक हालात इतने खराब न होते।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता आपदा राहत और पुनर्निर्माण है। साथ ही पंचायत चुनावों को लेकर उन्होंने दोहराया कि सरकार किसी भी प्रकार की देरी नहीं करेगी, लेकिन प्रशासनिक और भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए नई पंचायतों का गठन नहीं किया जाएगा।