#राजनीति
November 6, 2025
हिमाचल: 1 साल से बिना संगठन के चल रही कांग्रेस, अपने ही मंत्री ने कहा था- PARALYSED
कोई खुद को नहीं कहना चाहता कांग्रेसी- आशा कुमारी
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शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के लिए 6 नवंबर की तारीख बेहद महत्वपूर्ण है। साल 2024 में आज ही के दिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाजुर्न ने कांग्रेस संगठन को भंग कर दिया था। तब कहा गया था कि जल्द नया संगठन खड़ा कर दिया जाएगा लेकिन 1 साल बाद भी कांग्रेस वहीं की वहीं खड़ी है।
भाजपा की बात करें तो भाजपा ने पार्टी के साथ-साथ 7 मोर्चा और प्रकोष्ठ में राज्य, जिला, ब्लॉक व बूथ स्तर पर 24 हजार 576 पदाधिकारियों की लंबी फौज खड़ी कर दी है जबकि कांग्रेस में सिर्फ प्रतिभा सिंह हैं।
कांग्रेस की ऐसी स्थिति कभी नहीं हुई। हाईकमान ने राज्य, जिला व ब्लॉक कार्यकारिणी डिजॉल्व की हुई है। इससे पार्टी वर्कर निराश हैं। पुराने नेताओं को भी स्थिति समझ नहीं आ रही है। कांग्रेस दफ्तर में 1 साल से सन्नाटा पसरा हुआ है।
बीते एक साल में कांग्रेस अध्यक्ष व संगठन बनाने के लिए दिल्ली में कई बैठकें हुईं। पार्टी हाईकमान ने राज्य की स्थिति समझने के लिए ऑब्जर्वर भी हिमाचल भेजे। इन्होंने राजीव शुक्ला, केसी वेणुगोपाल व रजनी पाटिल को रिपोर्ट भी दी लेकिन कुछ खास नहीं बदला।
कांग्रेस में चल रही गुटबाजी संगठन को बनाने के आड़े आ रही है। एक तरफ सुक्खू गुट है तो दूसरी तरफ होली लॉज खेमा एक्टिव है। संगठन की कमी सरकार के कामकाज पर भी असर डाल रही है। विपक्ष को जवाब देने के लिए कांग्रेस के पास नेता ही नहीं है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संगठन बनाने के लिए बार-बार हाईकमान से पैरवी कर चुके हैं लेकिन फिर भी कोई कदम नहीं लिया गया। वहीं सुक्खू सरकार में मंत्री चंद्र कुमार ने संगठन को पैरालाइज्ड तक बोल दिया था। आशा कुमार तो कह चुकी हैं कि अब कोई खुद को कांग्रेसी नहीं बोलना चाहता।
गौरतलब है कि दिसंबर और जनवरी में पंचायत व नगर निकाय के चुनाव होने हैं। इसमें से नगर निकाय के चुनाव सिंबल पर होते हैं लेकिन बिना संगठन के कौन कैसे चुनाव लड़ेगा, राज्य के नेताओं को ये चिंता सता रही है।