#राजनीति
August 25, 2025
हिमाचल में मुख्यमंत्री सुक्खू के खिलाफ प्रिविलेज मोशन, जानें किस बात का लगाया आरोप
बीजेपी विधायक सुधीर बोले सदन में बार बार झूठ बोल रहे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह
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शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सोमवार को सियासी माहौल उस समय गर्म हो गया जब कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस स्पीकर को सौंपा। सुधीर शर्मा का आरोप है कि मुख्यमंत्री ने सदन में कई बार गलत और भ्रामक बयान दिए] जिससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है।
विधायक सुधीर शर्मा ने अपने पत्र में लिखा है कि सीएम ने कई मौकों पर तथ्यहीन जवाब दिए। उन्होंने कहा कि रोजगार, स्वास्थ्य संस्थान, बजट घोषणाओं और आपदा राहत जैसे मुद्दों पर मुख्यमंत्री के बयान वास्तविक तथ्यों से मेल नहीं खाते।
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रोजगार : वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट सत्र में सीएम ने घोषणा कि सुक्खू सरकार विभिन्न विभागों में 25 हजार युवाओं को रोजगार देगी।
पिछले साल मानसून सत्र के दौरान ही सरकार ने बताया कि उन्होंने सरकारी क्षेत्र में 34 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया है और इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने 23 हज लोगों को रोजगार दिया गया है।
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अटल आदर्श स्वास्थ्य संस्थानः पहले बजट सत्र से ही सरकार ने हर विधानसभा क्षेत्र में एक आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाने की घोषणा की। हर विधानसभा में सरकार द्वारा इस दावे को दोहराया जाता रहा। आज तक एक भी ऐसी चीज प्रदेश में नहीं बनी क्योंकि बीजेपी के भी 28 विधायक इस समय सदन के सदस्य हैं और उनके यहां एक भी ऐसा संस्था नहीं है।
हिमाचल प्रदेश में पेट स्कैन मशीनः तीन बार बजट प्रस्तुत कर चुके मुख्यमंत्री ने हर बार पेट स्कैन के बारे में कहा लेकिन अज तक नहीं लगी।
बजट में डीए की घोषणाः सरकार द्वारा इस बार के बजट में डीए देने की घोषणा कर चुके हैं और आज तक नहीं मिला और आगे न ही मिलने की संभावना है, आज यह सीएम ने स्वयं स्पष्ट किया।
विमल नेगी मृत्यु मामले की जांच: सदन में सीएम ने विमल नेगी की पत्नी, विपक्ष, प्रदेश को आश्वासन दिया कि वह न्याय करेंगे और परिजन जो चाहेंगे वह करेंगे लेकिन जब सीबीआई जांच की बात आई तो कोर्ट जाना पड़ा और सरकार ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया कि सीबीआई को जांच न मिले।
सुधीर शर्मा ने पत्र में कहा है कि इन बयानों से न केवल सदन के सदस्य बल्कि आम जनता भी गुमराह हुई है। उन्होंने स्पीकर से मांग की है कि इसे विशेषाधिकार हनन का मामला मानते हुए मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई की जाए] ताकि भविष्य में इस प्रकार के झूठे बयान न दिए जाएं।
यह नोटिस विधानसभा और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। माना जा रहा है कि इस पर आने वाले दिनों में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हो सकती है।
सुधीर शर्मा के पत्र को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...https://shorturl.at/Zg940