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September 21, 2025

हिमाचल : आज घर पहुंचेगी शहीद बलदेव की पार्थिव देह, कुछ ही घंटों में दे दी जाएगी अंतिम विदाई

सात साल का मासूम कर रहा था पिता के छुट्टी आने का इंतजार

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MARTYR BALDEV CHAND

बिलासपुर। वीरभूमि हिमाचल के बिलासपुर जिले का बेटा बलदेव चंद कुपवाड़ा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गया है। शहीद बलदेव की पार्थिव देह आज उनके पैतृक गांव पहुंचेगी- जहां पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

कुपवाड़ा में शहीद हुए बलदेव

35 वर्षीय बलदेव चंद भारतीय सशस्त्र बल में लांस दफेदार थे। शुक्रवार रात जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान बलदेव चंद को गोली लग गई और वो शहीद हो गए। परिजनों को कल सुबह फोन पर बेटे की शहादत की खबर मिली।

 

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छोड़ गए भरा-पूरा परिवार

बलदेव अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। बलदेव के घर पर उनके माता-पिता, पत्नी शिवानी, सात साल का बेटा ईशान और एक छोटा भाई है। बलदेन की शहादत की खबर मिलने के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। जबकि, पूरे इलाके में माहौल गमगीन बना हुआ है।

आज घर पहुंचेगी पार्थिव देह

बलदेव के घर पर बीते कल से ही लोगों का जुटना शुरू हो गया था। बलदेव की पार्थिव देह आज जम्मू-कश्मीर से हेलीकॉप्टर द्वारा चंडीगढ़ लाई जाएगी। जहां से फिर सड़क मार्ग से बिलासपुर उनके पैतृक गांव गंगलोह लाई जाएगी। यहां पर घर में कुछ देर अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को रखा जाएगा और फिर राजकीय सम्मान के साथ बलदेव को अंतिम विदाई दी जाएगी।

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2011 में हुए थे भर्ती

बताया जा रहा है कि बलदेव चंद साल 2011 में भारतीय सेना में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे। वर्तमान में बलदेव 4 राष्ट्रीय राइफल्स (बिहार) में लांस दफेदार तैनात थे। 15 साल तक देश की सेवा करने के बाद शुक्रवार रात को वह आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए।

जल्द छुट्टी आने का किया था वादा

शहीद बलदेव चंद के पिता ने बताया कि बीती 3 अगस्त को ही बलदेव छुट्टी काटकर घर से ड्यूटी लौटा था। उसने जल्द ही वापस छुट्टी आने का वादा किया था। उन्होने बताया कि 17 सितंबर को बलदेव से उनकी फोन पर बात हुई थी। बलदेव ने बताया था कि वो ठीक-ठाक है। एक ऑपरेशन में है- तीन-चार लग जाएंगे।

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आतंकी मुठभेड़ में लगी गोली

बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के दौरान बलदेव ने कई आतंकियों को ढेर किया, लेकिन वो खुद भी इस मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हो गए। वहां मौजूद साथियों द्वारा बलदेव को उपचार के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां पर इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। बलदेव के पिता हवलदार बिशन दास आर्मी से रिटायर हैं। बलदेव की शहादत की खबर मिलने के बाद उनके घर पर आसपास के क्षेत्र के लोगों ने जुटना शुरू कर दिया है।

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तिरंगे में लिपटा लौटेगा घर

परिजन बलदेव के छुट्टी आने का इंतजार कर रहे थे। मगर होनी को कुछ और ही मंजूर था। बलदेव की पार्थिव देह आज तिरंगे में लिपटी घर लौटेगी। जवान के शहीद की खबर पर SDM झंडुता अर्शिया शर्मा ने बताया कि जवान की पार्थिव देह आज सुबह करीब 10 बजे घर पहुंच सकती है। इसके बाद पैतृक गांव में शहीद का राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा।

CM सुक्खू ने जताया दुख

वहीं, प्रदेश के मुखिया सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी बलदेव की शहादत पर दुख जताते हुए फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की है। उन्होंने लिखा कि-

बिलासपुर जिला की झंडूता तहसील के निवासी हवलदार श्री बलदेव चंद जी आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में घायल हो गए थे। आज उनके निधन का दुःखद समाचार सुनकर मन वेदना से भर गया।

 

देश की सेवा में एक कर्तव्यनिष्ठ सैनिक के रूप में उनका योगदान हमेशा अमर रहेगा। देश उनके बलिदान का हमेशा ऋणी रहेगा। ईश्वर दिवंगत की आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवार को दुःख की इस घड़ी में धैर्य एवं संबल प्रदान करें। मेरी संवेदनाएँ शोकाकुल परिवार के साथ हैं।

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