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July 23, 2025

किन्नर कैलाश यात्रा फिर शुरू: मौसम में सुधार होते ही श्रद्धालुओं को मिली इजाजत, प्रशासन ने संभाला मोर्चा

मौसम साफ होते ही प्रशासन ने दी हरी झंडी

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रिकांगपिओ। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर ज़िले में श्रद्धालुओं की आस्था की प्रतीक किन्नर कैलाश यात्रा एक बार फिर से शुरू कर दी गई है। ज़िला प्रशासन ने मौसम साफ होते ही इस पवित्र यात्रा को दोबारा शुरू करने की अनुमति दी है। 

भारी बारिश के कारण रोकी थी यात्रा

यात्रा को 4 दिन पहले भारी बारिश, भूस्खलन और खराब रास्तों के चलते सुरक्षा कारणों से स्थगित किया गया था। किन्नर कैलाश यात्रा को शिवभक्तों की एक कठिन और आध्यात्मिक तीर्थयात्रा माना जाता है। हर साल देशभर से हज़ारों श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के 79 फीट ऊंचे शिलाखंड शिवलिंग के दर्शन के लिए किन्नौर पहुंचते हैं। इस बार भी बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में श्रद्धालु रिकांगपिओ और तंगलिंग गांव से होकर पैदल यात्रा पर निकले थे।

 

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प्रशासन की अपील

प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान अधिक सतर्क रहें और मौसम अपडेट लगातार देखते रहें। खतरनाक ट्रेकिंग रूट, ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी और अचानक मौसम बदलने की आशंका को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने मेडिकल टीमें और सुरक्षा कर्मचारी तैनात किए हैं।

प्रदेश में हो रही बारिश 

राजधानी शिमला समेत कई इलाकों में सोमवार रात से हल्की बारिश और घना कोहरा छाया रहा। शिमला में सुबह-सुबह विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे पहुंच गई, जिससे यातायात पर असर पड़ा। मौसम विभाग का कहना है कि आज कई इलाकों में बारिश की संभावना है।

 

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कोलडैम से फिर पानी छोड़ेगा NTPC

बिलासपुर जिले में सतलुज नदी पर बने कोलडैम से आज सुबह 7:30 बजे पानी छोड़ा जाएगा। इससे जलस्तर 4-5 मीटर तक बढ़ सकता है। लोगों को सतर्क रहने और नदी किनारे न जाने की सलाह दी गई है। बीते दिन भी कोलडैम, कड़छम और झाखड़ी बांध से पानी छोड़ा गया था। पहाड़ों पर बारिश के कारण इन बांधों में जल स्तर बढ़ा है।

 

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बिजली-जल योजनाएं ठप, सड़कें बंद

बारिश से प्रदेश की 375 सड़कें, 326 ट्रांसफॉर्मर और 314 पेयजल योजनाएं अभी भी बंद पड़ी हैं। सिल्ट जमा होने से बिजली उत्पादन में 650 मेगावाट तक की गिरावट दर्ज की गई है। मानसून सीजन में अब तक सामान्य से 15% अधिक बारिश हो चुकी है 275.4 मिमी की जगह 315.9 मिमी।

 

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135 लोगों की मौत, 1100 से अधिक घर क्षतिग्रस्त

20 जून से अब तक बारिश जनित हादसों में 135 लोगों की मौत, 34 लापता, और 1247 करोड़ रुपये की सरकारी और निजी संपत्ति का नुकसान हुआ है।

 

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