#विविध
June 18, 2025
HRTC की खटारा बस- छत से टपक रहा पानी, युवक ने छाता खोलकर किया सफर
टूटने वाला है बस का फ्रंट शीशा
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चंबा। हिमाचल प्रदेश में HRTC बसों की हालत इतनी खस्ता है कि आए दिन या तो चलती बसे खराब हो जा रही हैं। आलम ऐसा है कुछ चलती बसों के तो टायर ही खुल जा रहे हैं। वहीं, अब HRTC दिन-प्रतिदिन इतनी अपग्रेड हो रही है कि बारिश के मौसम में बस में बैठी सवारियों को बारिश का भी एहसास करवाया जा रहा है।
ऐसा ही एक ताजा मामला चंबा जिले के भरमौर से सामने आया है। जहां पर HRTC बस में युवक छाता खोलकर बैठा हुआ नजर आया। इस घटना की एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि HRTC बस की छत से पानी टपक रहा है और इससे बचने के लिए एक यात्री ने बस के अंदर ही छाता खोल लिया। इस हैरान कर देने वाले वीडियो ने सरकारी परिवहन व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह वीडियो भरमौर से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित औरा गांव की ओर से वापस आ रही HRTC बस का है। बताया जा रहा है कि यह घटना बीते मंगलवार सुबह की है, जब क्षेत्र में तेज बारिश हो रही थी और निगम की यह बस गांव से 10–12 सवारियों को लेकर वापस भरमौर लौट रही थी। तभी बस की छत से लगातार पानी टपकने लगा, जिससे एक यात्री मजबूरन छाता खोलकर बैठ गया।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कई लोगों ने लिखा कि यह दृश्य बताता है कि दुर्गम क्षेत्रों में आम जनता किस हाल में सफर कर रही है। कुछ यूजर्स ने कटाक्ष करते हुए लिखा– “बस में छाता लेकर बैठने की नौबत आ गई है, यही है असली व्यवस्था परिवर्तन।”
इतना ही नहीं, ग्रामीणों के अनुसार बस की फ्रंट विंडशील्ड (सामने का शीशा) भी काफी जर्जर है- जिसमें बड़ी दरारें हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह शीशा कभी भी टूट सकता है, जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। इसके बावजूद यह बस नियमित रूप से औरा गांव से भरमौर तक चल रही है।
लोगों का कहना है कि दुर्गम क्षेत्रों में पुरानी, खराब और खस्ताहाल बसें ही भेजी जाती हैं। ऐसी बसों में रोजज सफर करना जोखिम भरा हो गया है, जिससे लोग अब HRTC की बसों से बचने लगे हैं। उन्होंने कहा कि कई बार इस विषय पर शिकायतें भी की गई हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।
यह बस हर रोज शाम 4 बजे भरमौर से औरा गांव जाती है और सुबह 8 बजे औरा से वापस भरमौर आती है। यह रूट भले ही छोटा हो, लेकिन सड़क की स्थिति और मौसम की मार को देखते हुए यहां यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए।
भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज से जब इस वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा, “यही व्यवस्था परिवर्तन है कि अब लोग छाता लेकर बस में सफर कर रहे हैं।” उनका यह बयान अब जनता में और अधिक नाराजगी का कारण बन गया है। लोगों का कहना है कि यदि जनप्रतिनिधि इस व्यवस्था को सामान्य मानते हैं, तो उन्हें जनता की तकलीफों से कोई लेना-देना नहीं है।
विदित रहे कि, हिमाचल प्रदेश में रोडवेज के 52 डीपो संचालित हो रहे हैं- जहां से हर दिन हजारों बसें चलती हैं। मगर कुछ डिपुओं की स्थिति बेहद खराब हैं- जहां पर ना तो बसें समय पर चल रहीं हैं और ना ही यात्री भार मिल रहा है। लॉन्ग रूट की बसों के हालात देखकर हर कोई हैरान है। लॉन्ग रूट की कई सरकारी बसें हांफती हुई नजर आती हैं। कुछ जगहों पर तो आलम ऐसा है कि बस मोड़ों पर चढ़ ही नहीं पाती है। ऐसी खस्ताहाल बसों के कारण बस में सफर कर रहे लोगों और चालक-परिचालक को भी काफी परेशान होना पड़ता है।