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October 27, 2025

बठिंडा कोर्ट में पेश हुई हिमाचल की सांसद कंगना रनौत, मांगी माफी; बोली- हर माता मेरे लिए पूजनीय

कंगना रनौत ने बुजुर्ग महिला पर टिप्पणी को लेकर मांगी माफी

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Kangana ranaut court

बठिंडा/ शिमला। हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर चर्चा में हैं। किसान आंदोलन के दौरान बुजुर्ग महिला किसान पर विवादित टिप्पणी के मामले में कंगना सोमवार को बठिंडा की अदालत में पेश हुईं। वर्षों से लंबित चल रहे मानहानि केस में उन्होंने अपने बयान पर खेद जताते हुए अदालत में बुजुर्ग महिला मामले में माफी मांगी। कंगना ने कहा कि उनकी टिप्पणी को गलत अर्थों में लिया गया, जबकि उनका किसी व्यक्ति विशेष को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।

कोर्ट में क्या बोली कंगना रनौत 

बठिंडा कोर्ट में पेश हुई कंगना रनौत ने कहा कि हर माता मेरे लिए पूजनीय है। अगर मेरे बयान से किसी माता या बहन की भावना आहत हुई है, तो मैं खेद व्यक्त करती हूं। हर माता मेरे लिए पूजनीय है, चाहे वो पंजाब की हो या हिमाचल की। मैंने किसी व्यक्ति को निशाना नहीं बनाया था, बल्कि केवल एक मीम को रिपोस्ट किया था। उन्होंने अदालत में यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले में मिस अंडरस्टैंडिंग हुई है। कंगना ने कहा कि उन्होंने पीड़ित महिला के पति से भी बातचीत की है और बताया है कि उनके बयान को संदर्भ से हटकर प्रस्तुत किया गया।

 

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किसान आंदोलन के समय दिया था विवादित बयान

यह मामला वर्ष 2021 का है जब देशभर में किसान आंदोलन अपने चरम पर था। उस दौरान कंगना रनौत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए 87 वर्षीय किसान महिला महिंदर कौर को लेकर लिखा था कि यह वही दादी हैं जिन्हें टाइम मैगज़ीन ने भारत की सबसे प्रभावशाली महिलाओं में शामिल किया था। ये 100 रुपए में प्रदर्शन में बैठने के लिए उपलब्ध हैं।

 

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इस पोस्ट के बाद पंजाब में तीखी प्रतिक्रिया हुई। किसान संगठनों और महिलाओं ने कंगना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। खुद महिंदर कौर, जो बठिंडा जिले के गांव बहादरगढ़ जंडियां की रहने वाली हैं ने कंगना के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था।

बुजुर्ग किसान महिला ने दिया था करारा जवाब

विवाद बढ़ने के बाद महिंदर कौर ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा था कि कंगना क्या जानें खेती क्या होती है। उसने जो कहा वो शर्मनाक है। मैं खेतों में खुद काम करती हूं, मुझे 100 रुपए की क्या जरूरत। किसानों का अपमान करने वाली बात किसी को शोभा नहीं देती।

 

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कानूनी लड़ाई के कई पड़ाव

2021 में दर्ज हुए इस मानहानि केस के बाद मामला लगातार अदालतों में चलता रहा। बठिंडा कोर्ट ने कंगना को कई बार समन जारी किए, लेकिन वे पेश नहीं हुईं। इसके बाद उन्होंने पंजाब.हरियाणा हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट में केस रद्द करने की याचिकाएं दायर कीं, जिन्हें दोनों अदालतों ने खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया कि कंगना को बठिंडा कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश होकर कार्यवाही में सहयोग करना होगा। इसी आदेश के तहत वह सोमवार को अदालत में पेश हुईं।

 

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कोर्ट में महिंदर कौर नहीं, उनके पति पहुंचे

सोमवार को जब कंगना कोर्ट में पेश हुईं, उस वक्त महिंदर कौर स्वयं मौजूद नहीं थीं। उनके पति अदालत पहुंचे थे, जिनसे कंगना ने संक्षिप्त बातचीत भी की। कंगना ने उन्हें बताया कि उनका किसी को अपमानित करने का उद्देश्य नहीं था, बल्कि वह सोशल मीडिया पर एक अन्य व्यक्ति की पोस्ट को रीपोस्ट कर रही थीं।

साल 2024 में थप्पड़ विवाद से भी जुड़ा था मामला

इस विवाद का असर तीन साल बाद 2024 में भी देखने को मिला। 6 जून 2024 को जब कंगना रनौत लोकसभा चुनाव जीतने के बाद चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर थीं, तब सीआईएसएफ की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उन्हें थप्पड़ मार दिया था। कॉन्स्टेबल ने बाद में बताया था कि उसकी मां किसान आंदोलन में शामिल थीं और कंगना के 100 रुपए वाली टिप्पणी से वह आहत थी। हालांकि, इस घटना में कंगना ने कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई थी और न ही किसी पर एफआईआर हुई।

 

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अब आगे क्या

बठिंडा कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख तय करते हुए कंगना को जांच में सहयोग करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, उनके माफीनामे को अदालत ने रिकॉर्ड पर ले लिया है।
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यदि दोनों पक्ष आपसी सहमति से समझौते पर पहुंचते हैं, तो यह मामला जल्द सुलझ सकता है।

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