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December 22, 2025
दीक्षांत समारोह में बोले अनुराग ठाकुर, युवाओं को "नौकरी देने वाला" बना रही केंद्र की योजनाएं
दीक्षांत मंच से अनुराग ठाकुर ने स्किल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया को सराहा
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हमीरपुर। देश के भविष्य को दिशा देने वाली युवा पीढ़ी ही नए भारत के निर्माण की सबसे बड़ी ताकत है। यह बात हिमाचल के हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज सोमवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हमीरपुर के 16वें दीक्षांत समारोह में कही। बतौर मुख्य अतिथि समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए लगातार नई योजनाएं और अवसर उपलब्ध करा रही है, ताकि युवा न केवल अपने लिए बल्कि राष्ट्र के लिए भी नई राहें तैयार कर सकें।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर में आयोजित इस दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक प्रो एचएम सूर्यवंशी ने की। शैक्षणिक सत्र 2024-25 में विभिन्न पाठ्यक्रमों से उत्तीर्ण विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। समारोह में विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया।
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सांसद अनुराग ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि आज का युवा भारत की सबसे बड़ी शक्ति है। स्किल इंडिया, पीएम-सेतु, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) और स्टार्टअप इंडिया जैसी पहलों के माध्यम से युवाओं को कौशल विकास, रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का उद्देश्य युवाओं को केवल नौकरी तलाशने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनाना है।
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अनुराग ठाकुर ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे केवल डिग्री तक सीमित न रहें, बल्कि नवाचार, अनुसंधान और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं। हिंदू दर्शन में ‘ऋण’ की अवधारणा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति पर राष्ट्र, समाज, गुरु, देवताओं और माता-पिता के प्रति कुछ दायित्व होते हैं। दीक्षांत समारोह वह पड़ाव है, जहां से विद्यार्थी ज्ञान और संस्कारों के बल पर इन दायित्वों को निभाने की दिशा में आगे बढ़ते हैं। उन्होंने विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने में युवाओं से अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान किया।
समारोह के दौरान कुल 1,299 विद्यार्थियों को विभिन्न पाठ्यक्रमों की उपाधियां प्रदान की गईं। इनमें 61 पीएचडी, 241 एम.टेक, 6 एम.आर्क, 60 एम.एससी, 31 एमबीए, 847 बी.टेक और 53 बी.आर्क के विद्यार्थी शामिल रहे। शैक्षणिक उत्कृष्टता और अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए संस्थान द्वारा एक निदेशक पदक के साथ 33 स्वर्ण पदक, 13 रजत पदक और 13 कांस्य पदक भी प्रदान किए गए।
समारोह के समापन पर विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों और अभिभावकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि संस्थान से प्राप्त शिक्षा और संस्कार उनके जीवन की मजबूत नींव साबित होंगे। दीक्षांत समारोह न केवल उपलब्धियों का उत्सव बना, बल्कि नए भारत के निर्माण में युवाओं की भूमिका को लेकर एक प्रेरणादायक संदेश भी देकर गया।