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November 13, 2025
अनुराग ठाकुर बोले- ऊर्जा और विज्ञान में भारत-अमेरिका साझेदारी से खुलेगा नया युग
अनुराग ठाकुर का आह्वान – भारत और अमेरिका मिलकर करें आतंकवाद का सफाया
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नई दिल्ली/शिमला। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर कई बार देश की आवाज बन चुके हैं। वह केंद्र की मोदी सरकार के कई महत्तवपूर्ण विषयों को वैश्विक मंच पर उजागर कर चुके हैं। इसी तरह से अब एक बार फिर अनुराग ठाकुर यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) मंच पर देश की आवाज बने हैं।
दरअसल नई दिल्ली में यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) का आयोजन हुआ। जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच की साझेदारी केवल दो देशों के पारस्परिक हितों तक सीमित नहीं, बल्कि यह वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए भी अनिवार्य है।
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अनुराग ठाकुर ने यह बात नई दिल्ली में आयोजित यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम के मंच पर रखी, जहां दोनों देशों के बीच रणनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा संबंधों पर गहन चर्चा हुई। इस कार्यक्रम में अनुराग ठाकुर के साथ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला, भाजपा नेता जय पांडा, वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह और भाजपा के अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रभारी विजय चौथाईवाला भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने अमेरिका के साथ द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। भारत ने हमेशा इस संबंध को समानता, साझेदारी और साझा प्रगति के आधार पर देखा है। उन्होंने कहा कि आज की वैश्विक व्यवस्था में भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देशों का एक साथ काम करना आवश्यक है, क्योंकि दोनों ही देशों की साझेदारी केवल पारस्परिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्व के हित के लिए है।
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अनुराग ठाकुर ने आतंकवाद के मुद्दे पर कहा कि भारत और अमेरिका दोनों ने आतंकवाद की भयावहता झेली है। चाहे अमेरिका का 9/11 हमला हो या भारत का 26/11, दोनों ही देशों ने निर्दोष नागरिकों को खोया है। हमारा दर्द साझा है और हमारा संकल्प भी साझा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक वैश्विक सहमति और सामूहिक रणनीति की जरूरत है, और इस दिशा में भारत और अमेरिका साथ मिलकर दुनिया का नेतृत्व कर सकते हैं।
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हिमाचल के सांसद ठाकुर ने कहा कि भारत ने जब.जब आतंकवादी हमलों का सामना किया, उसने दुनिया को दिखाया कि उसका जवाब सटीक और संतुलित तरीके से दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति अब सख्त और निर्णायक है। पाकिस्तान की भूमिका अब किसी से छिपी नहीं है, और दुनिया जानती है कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएगा।
अनुराग ठाकुर ने अपने वक्तव्य में भारत-अमेरिका सहयोग के नए क्षेत्रों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत आने वाले वर्षों में ऊर्जा क्षेत्र में अमेरिका की तकनीकी विशेषज्ञता और निवेश को लेकर आशान्वित है। उन्होंने कहा कि भारत ने अगले पांच वर्षों में अपनी स्वच्छ ऊर्जा क्षमता को 250 गीगावाट से बढ़ाकर 550 गीगावाट तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। साथ ही हम अपनी परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता को भी अगले दो दशकों में 10 गुना बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं। इस दिशा में अमेरिका का सहयोग भारत की ऊर्जा सुरक्षा और जलवायु प्रतिबद्धता दोनों को मजबूत करेगा।
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ठाकुर ने यह भी कहा कि स्वच्छ ऊर्जा और विज्ञान अनुसंधान के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों की भूमिका अहम हो सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य की भौगोलिक परिस्थितियां सौर और जलविद्युत ऊर्जा के क्षेत्र में विशाल संभावनाएं रखती हैं। भारत और अमेरिका के सहयोग से हिमाचल जैसे राज्य भी हरित ऊर्जा क्रांति का नेतृत्व कर सकते हैं।