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November 13, 2025
हिमाचल की भाजपा सांसद कंगना रनौत पर चलेगा देशद्रोह का मुकद्दमा, जानें क्या है मामला
किसान आंदोलन पर दिए बयान से बुरी तरह फंसी कंगना रनौत
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र की भाजपा सांसद और वॉलीबुड अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर मुश्किल में घिर गई है। आगरा की अदालत में सांसद कंगना रनौत के खिलाफ देश द्रोह का केस चलेगा। बीते रोज स्पेशल जज एमपी एमएलए कोर्ट लोकेश कुमार की अदालत ने किसान आंदोलन पर दिए बयान को लेकर दायर याचिका को स्वीकार कर लिया है। अब किसानों के अपमान और देशद्रोह के आरोपों से जुडे मामले में कंगना रनौत के खिलाफ देशद्रोह का केस चलेगा।
बुधवार को स्पेशल जज MP-MLA लोकेश कुमार की अदालत ने उनके खिलाफ दायर रिवीजन याचिका स्वीकार कर ली। अदालत ने आदेश दिया कि जिस निचली अदालत ने पहले इस केस को खारिज किया था, अब वही अदालत मामले की सुनवाई करेगी। इससे पहले 10 नवंबर को हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कंगना के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिसे अब सुनाया गया। अब यह मामला निचली अदालत में चलेगा, जहां कंगना को पेश होकर अपना पक्ष रखना होगा। यदि वे बार.बार अनुपस्थित रहती हैं, तो अदालत आगे की सख्त कार्रवाई कर सकती है।
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कोर्ट ने साफ किया कि अभिनेत्री के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 356 (राजद्रोह) और 152 (धर्म, जाति या वर्ग के आधार पर वैमनस्य फैलाने से जुड़ी धारा) के तहत मुकदमा चलेगा। बता दें कि इससे पहले कंगना रनौत को अदालत की तरफ से छह बार समन भेजे गए, लेकिन वह एक बार भी कोर्ट में पेश नहीं हुई थी।
दरअसल वकील रमाशंकर शर्मा जो खुद किसान परिवार से आते हैं ने 11 सितंबर 2024 को कंगना रनौत के खिलाफ आगरा की अदालत में याचिका दायर की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि अभिनेत्री ने 26 अगस्त 2024 को एक इंटरव्यू के दौरान किसानों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिससे देशभर के किसानों की भावनाएं आहत हुईं।
शिकायतकर्ता ने कहा कि 27 अगस्त को उन्होंने समाचार पत्रों में पढ़ा कि कंगना ने अपने बयान में कहा था कि अगस्त 2020 से दिसंबर 2021 तक किसान दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे थे। उस दौरान रेप और मर्डर हुए। अगर देश का नेतृत्व कमजोर होता तो भारत के हालात बांग्लादेश जैसे हो जाते। रमाशंकर शर्मा का कहना है कि इस बयान से किसानों को अपराधी, उग्रवादी और आतंकवादी के रूप में पेश किया गया, जो किसानों के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला है।
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यह पहली बार नहीं है जब हिमाचल की भाजपा सांसद कंगना रनौत विवादों में रही हो। इससे पहले भी किसान आंदोलन और अन्य राजनीतिक मुद्दों पर दिए गए बयानों के कारण कंगना रनौत विवादों में घिरी रही हैं। किसान अंदोलन में धरने पर बैठी एक बुजुर्ग महिला को लेकर 100 रुपए में धरने पर आने की बात कहने पर भी काफी विवाद हुआ था और उस मामले में भी कंगना ने अभी हाल ही में कोर्ट में उस बुजुर्ग महिला से माफी मांगी थी।
किसान आंदोलन पर दिए बयान के चलते ही चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की महिला कांस्टेबल कुलविंदर कौर ने कंगना रनौत को थप्पड़ मार दिया था। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। थप्पड़ मारने वाली कांस्टेबल ने कहा था कि उसकी मां भी किसान आंदोलन में शामिल थीं, और कंगना के अपमानजनक बयान से वह काफी आहत थी।