#विविध
June 21, 2025
WORLD MUSIC DAY: सात लोगों से शुरू हुआ था सफर, आज ये बैंड बना पूरे हिमाचल की आवाज
एक बार सरकारी मंच पर परफॉर्म नहीं करने दिया था
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शिमला। जब सुरों में समर्पण हो और संगीत में सेवा का भाव, तब वह सिर्फ ध्वनि नहीं, बल्कि एक मिशन बन जाता है। वर्ल्ड म्यूजिक डे के अवसर पर हिमाचल प्रदेश पुलिस का बैंड ‘हार्मनी ऑफ द पाइंस’ एक ऐसा ही प्रेरणादायक उदाहरण है, जो दिखाता है कि वर्दी पहनने वाले हाथ गिटार और तबले पर भी उतनी ही कुशलता से कमाल कर सकते हैं, जितना वे कानून और व्यवस्था में निभाते हैं।
बैंड के प्रमुख इंस्पेक्टर विजय कुमार की जुबानी एक घटना का जिक्र होता है- जब एक सरकारी मंच पर उन्हें परफॉर्म करने से रोक दिया गया था। वह क्षण उनके लिए अपमान नहीं, बल्कि बदलाव की शुरुआत बन गया।
उन्होंने अपनी टीम से उसी वक्त कहा था – "एक दिन हम उसी मंच पर सबसे आगे खड़े होंगे।” और यहीं से शुरू हुई उस संघर्ष की कहानी जिसने आज इस पुलिस बैंड को अंतरराष्ट्रीय मंचों तक पहुंचाया है।
शुरुआत में ‘हार्मनी ऑफ द पाइंस’ महज सात सदस्यों का छोटा-सा ग्रुप था। पुराने साज, सीमित संसाधन और सीमित पहचान – इन सबके बावजूद बैंड ने पुलिस कार्यक्रमों में सुरों की सौगात देना शुरू किया। शुरू में कई बार उपेक्षा भी झेलनी पड़ी। लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, हौसले और सुर दोनों मजबूत होते गए।
हिमाचल प्रदेश में DGP संजय कुंडू के आने के बाद बैंड को असली पहचान और संस्थागत समर्थन मिला। नए साज, अभ्यास स्थल और अवसर – सब कुछ मिला। अब यह बैंड न केवल राज्य के समारोहों का हिस्सा है, बल्कि राष्ट्रीय मंचों पर भी हिमाचल का प्रतिनिधित्व करता है।
इन जवानों के लिए संगीत कोई शौक नहीं, बल्कि आत्मा की आवाज है। गिटार, ड्रम, वायलिन और तबले के सुरों में वे वही समर्पण लाते हैं- जो वे देश सेवा में दिखाते हैं। बैंड के सदस्यों का कहना है – "हमें संगीत में वही शांति मिलती है, जैसे किसी को पहाड़ों में, किसी को किताबों में।"
2016 में राज्य सरकार ने इस बैंड को विदेशों में भी वर्दी में प्रस्तुति देने की अनुमति दी। 2022 में बैंड ने कलर्स TV के रियलिटी शो ‘हुनरबाज’ में भाग लिया और तीसरे स्थान पर रहा। लेकिन विजय कुमार कहते हैं, "हम TV पर नहीं, अपनी वर्दी को मिले सम्मान पर गर्व करते हैं।"
आज ‘हार्मनी ऑफ द पाइंस’ न सिर्फ हिमाचल का सांस्कृतिक चेहरा बन चुका है, बल्कि एक प्रेरणा भी है। जब देश के कई हिस्सों में पुलिस को सख्ती से जोड़ा जाता है, वहीं हिमाचल पुलिस अपने सुरों से लोगों का दिल जीत रही है।
वर्ल्ड म्यूजिक डे पर इंस्पेक्टर विजय कुमार कहते हैं, “संगीत आत्मा की आवाज है। हम गर्व से कह सकते हैं कि वर्दी में रहकर भी हम सुरों से दिलों को जोड़ते हैं। संगीत जोड़ता है, सुकून देता है और समाज को बेहतर बनाता है।”