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August 25, 2025
गजब ! हिमाचल में भारी बारिश के साथ शुरू हुआ बर्फबारी का दौर, अगस्त माह में बिछी सफेद चादर
ठंड की चपेट में आई लाहौल घाटी, दारचा शिंकुला दर्रा में ताजा हिमपात
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में इन दिनों प्रकृति अपने अलग अलग रंग दिखा रही है। या यूं कहें कि हिमाचल इन दिनों प्रकृति के दोहरे प्रकोप का सामना कर रहा है। एक ओर जहां भारी बारिश ने जनजीवन अस्त.व्यस्त कर रखा है, वहीं दूसरी ओर अगस्त महीने में ही पहाड़ों पर बर्फबारी ने मौसम को अप्रत्याशित रूप से ठंडा कर दिया है। लगातार हो रही बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण प्रदेश भर में जनसुविधाओं पर गहरा असर पड़ा है।
प्रदेश में बीते कई दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते भूस्खलन और जलभराव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। अब तक 400 से अधिक सड़कों पर यातायात पूरी तरह से ठप हो चुका है, जिससे लोगों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शिंकुला दर्रे में हुई ताजा बर्फबारी के बाद प्रशासन ने दारचा-शिंकुला-पदुम मार्ग को बंद कर दिया है।
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आमतौर पर अगस्त माह में जहां गर्मी और उमस से लोग बेहाल रहते हैं, वहीं इस बार हालात बिल्कुल उलट हैं। शिंकुला दर्रे सहित कई ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा हिमपात दर्ज किया गया है, जिससे तापमान में अचानक गिरावट आई है। पहाड़ों पर बर्फबारी के कारण मैदानी क्षेत्रों में भी मौसम ठंडा हो गया है।
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राज्य के विभिन्न हिस्सों में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते कई नदी.नालों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। चंबा, कांगड़ा और मंडी जिले में भारी बारिश की आशंका के मद्देनज़र मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अतिरिक्त बिलासपुर, ऊना, कुल्लू और हमीरपुर में ऑरेंज अलर्ट तथा शिमला और सोलन में येलो अलर्ट घोषित किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश में 25 से 31 अगस्त तक लगातार बारिश की संभावना बनी हुई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि 25 और 26 अगस्त को विशेष रूप से भारी वर्षा हो सकती है। वहीं 27 अगस्त को भी बारिश का सिलसिला जारी रहेगाए हालांकि 28 अगस्त से इसमें थोड़ी कमी आ सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों ने जानकारी दी है कि इस बार अगस्त महीने में अब तक सामान्य से 45 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। शिमला में तो यह आंकड़ा 97 प्रतिशत अधिक पहुंच गया है। सोलन, ऊना, मंडी और कुल्लू जिलों में सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। 1 जून से 25 अगस्त के बीच पूरे राज्य में 22 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है।
प्रशासन और मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम की गंभीरता को देखते हुए सावधानी बरतें। विशेष रूप से नदी.नालों के किनारे न जाने की सलाह दी गई है। पहाड़ी क्षेत्रों में फिसलन और भूस्खलन की आशंका के चलते अनावश्यक यात्रा से बचने की हिदायत दी गई है।