#अपराध
May 7, 2025
हिमाचल: पंचायत ने जेसीबी की जगह 'चमत्कारी स्कूटी' से बना दी 15 सड़कें; बड़ा घोटाला
पंचायत स्तर पर हुआ बड़ा भ्रष्टाचार, धरने पर बैठे लोगों ने मांगी जांच
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मंडी। हिमाचल प्रदेश में भ्रष्टाचार के अजीबो गरीब मामले सामने आ रहे हैं। ठियोग में पानी सप्लाई में हुआ बड़ा घोटाला सामने आने के बाद चंबा जिला में एक चमत्कारी खच्चर पर करोड़ों के सामान की ढुलाई का मामला सामने आया था। अब इसी तरह की चमत्कारी स्कूटी का मामला सामने आया है। चमत्कारी स्कूटी इसलिए क्योंकि कई सड़कों का निर्माण जेसीबी की जगह इस चमत्कारी स्कूटी से करने का खुलासा हुआ है।
यह मामला मंडी जिला के करसोग विकास खंड की ग्राम पंचायत ठाकुर ठाणा से सामने आया है। मामले का खुलासा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में हुआ है। जानकारी के अनुसार पंचायत में कई सड़कों के निर्माण में जेसीबी मशीन की जगह इस स्कूटी का इस्तेमाल दिखाया गया है। इस संबंध में बीते रोज मंगलवार को धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने बीडीओ करसोग को प्रधान के खिलाफ शिकायत पत्र भी सौंपा है।
आरटीआई कार्यकर्ता पन्ना लाल ने आरोप लगया है कि ग्राम पंचायत ठाकुर ठाणा में बड़े स्तर पर सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है। पंचायत प्रतिनिधियों ने विकास कार्यों के नाम पर जाली बिल पेशकर सरकारी धन का गबन किया है। उन्होंने बताया कि जेसीबी मशीन की जगह जिस नंबर को दर्शाया गया है वह एक स्कूटी का है। यह स्कूटी सुंदरनगर के एक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसकी शिकायत सितंबर 2024 को डीसी मंडी को लिखित रूप में सौपी गई थी, लेकिन आठ माह बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके चलते अब उन्हें धरने पर बैठना पड़ा।
पन्ना लाल ने बताया कि सूचना के अधिकार में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। मांगी गई सूचना में सामने आया है कि पंचायत ने 15 ऐसी सड़कों का निर्माण कार्य दिखाया है, जो पहले से ही बनी हुई थीं। इस सब में सबसे अविश्वसनीय बात सामने आई, वह यह है कि इन सड़कों के निर्माण के लिए जेसीबी मशीन की जगह एक स्कूटी को दर्शाया गया है। उन्होंने बताया कि एक या दो नहीं, बल्कि लगभग एक दर्जन से भी अधिक सड़कों के निर्माण में स्कूटी का इस्तेमाल दिखाया गया है, जो एक बड़े घोटाले की ओर इशारा करता है।
पन्ना लाल का आरोप है कि कार्य बाउचर में स्कूटी मालिक और चालक एक के ही हस्ताक्षर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर में हुए इस भ्रष्टाचार के खिलाफ स्थानीय ग्रामीण, शिकायतकर्ता पिछले 16 दिन से विकास खंड कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे है। उनकी मांग है कि संबंधित ग्राम पंचायत प्रधान को तुरंत निलंबित किया जाए और प्रधान के खिलाफ निष्पक्ष जांच की जाए।
इस पूरे मामले पर खंड विकास अधिकारी करसोग सुरेंद्र कुमार ने कहा कि उन्हें शिकायत प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि शिकायत को उचित कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को भेज दिया गया है और उच्च अधिकारियों के आदेशानुसार नियमानुसार अगली कार्रवाई की जाएगी।
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वहीं ग्राम पंचायत ठाकुर ठाणा की प्रधान माला मेहता ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य से संबंधित जो भी बिल पंचायत को दिए गए हैं, वह उक्त ठेकेदार द्वारा दिए गए हैं। इनके आधार पर ठेकेदार को भुगतान किया गया है। मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं।