#अपराध
July 26, 2025
हिमाचल के निजी अस्पताल में डिलीवरी के बाद महिला ने तोड़ा दम, मचा बवाल- परिजनों ने बताई सच्चाई
निजी अस्पताल में ऑपरेशन के बाद गई महिला की जान
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हमीरपुर। हिमाचल में स्वास्थ्य व्यवस्था पर लगातार सवाल उठते जा रहे हैं। शिमला के सरकारी अस्पतालों में डिलीवरी के दौरान महिलाओं की मौत के बाद अब हमीरपुर से भी ऐसा ही एक दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां पक्का भरो क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान एक महिला की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया और अस्पताल में हंगामा कर दिया।
मृतका की पहचान लता देवी निवासी चमनेड़, हमीरपुर के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि लता देवी नौ माह की गर्भवती थी और शनिवार सुबह उसे पेट में हल्का दर्द हुआ। इसके बाद पति के साथ वह निजी अस्पताल गई थी। जांच में डॉक्टरों ने बताया कि गर्भ में पल रहे शिशु की धड़कन धीमी हो गई है और तत्काल ऑपरेशन जरूरी है। ऑपरेशन तो किया गया, लेकिन महिला की जान नहीं बच पाई।
ऑपरेशन के बाद अस्पताल की नर्स बच्चा लेकर बाहर आईं, लेकिन यह भी नहीं बताया कि बेटा हुआ है या बेटी। कुछ देर बाद डॉक्टर ने बाहर आकर बताया कि महिला की हालत गंभीर है। कुछ ही समय बाद मौत की पुष्टि कर दी गई। इस खबर के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।
महिला की मौत की खबर सुनते ही परिजन अस्पताल में जुटे और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। स्थिति बिगड़ती देख अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे एएसपी राजेश शर्मा, एसडीएम संजीत सिंह, एचएचओ यादेश ने मौके की स्थिति को संभाला। पुलिस ने परिजनों को आश्वासन दिया कि मामले की नियमों के तहत जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया गया, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई होगी।
महिला के पति ने बताया कि वे एक हफ्ता पहले भी इसी अस्पताल में चेकअप करवा चुके थे और उस समय सबकुछ सामान्य बताया गया था। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी सुबह बिल्कुल स्वस्थ थी और केवल हल्का दर्द होने की बात कह रही थी।
परिजनों का आरोप है कि यह अस्पताल क्रांति ठाकुर नामक शख्स द्वारा चलाया जाता है, जो कांग्रेस नेता और हमीरपुर से प्रत्याशी रहे डॉ पुष्पेंद्र वर्मा का रिश्तेदार है। ऐसे में परिजनों का कहना है कि उन्हें उम्मीद नहीं है कि कोई उचित कार्रवाई होगी। वहीं, परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर भी कई आरोप लगाए हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार को शिमला के आईजीएमसी और कमला नेहरू अस्पताल में भी दो महिलाओं की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई थी, जिसके बाद वहां भी परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए और हंगामा किया था।