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July 26, 2025

हिमाचल : 4 साल का मासूम घर पर कर रहा मां का इंतजार, KNH में डिलीवरी के बाद अर्चना ने तोड़ा दम

8 घंटे पहले दिया था बेटे को जन्म, सुबह अचानक थम गई सांसें

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knh hospital

शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के कमला नेहरू अस्पताल (KNH) में वीरवार रात 11:17 बजे चियोग की रहने वाली 27 वर्षीय अर्चना ने ऑपरेशन के जरिए बेटे को जन्म दिया। परिवार के लिए यह बेहद खुशी का पल था। लेकिन शुक्रवार सुबह 9 बजे सब कुछ बदल गया। अर्चना की अचानक तबीयत बिगड़ी और देखते ही देखते उसकी मौत हो गई।

सुबह तक सामान्य थी हालत

परिजनों का कहना है कि अर्चना सुबह 8 बजे तक एकदम सामान्य थी। अपने नवजात बेटे को निहार रही थी, परिजनों से बात कर रही थी और मुस्कुरा रही थी। उसे प्रसव कक्ष से वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। लेकिन एक घंटे बाद उसकी हालत बिगड़ी और अस्पताल प्रशासन उसे नहीं बचा पाया।

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पति रवि का रो-रोकर बुरा हाल

अस्पताल परिसर में अर्चना के पति रवि अपनी पत्नी का चेहरा देखकर फूट-फूटकर रोते रहे। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर उनकी पत्नी एकदम ठीक थी, तो फिर एक घंटे में ऐसा क्या हो गया कि उसकी जान चली गई? रवि ने कहा कि यह उनकी पत्नी की दूसरी डिलीवरी थी और वो पूरी तरह स्वस्थ थी, कहीं न कहीं इलाज में चूक ज़रूर हुई है।

 

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अस्पताल पर गंभीर आरोप

मृतका के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही और स्टाफ पर दुर्व्यवहार के भी आरोप लगाए हैं। दोपहर करीब 1 बजे शव उन्हें सौंपा गया। लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम से इनकार कर दिया और कहा कि अब कोई जांच या शिकायत कुछ नहीं बदलेगी, सब दबा दिया जाएगा।

अस्पताल प्रशासन का पक्ष - ब्लड क्लॉट से हो सकती है मौत

कमला नेहरू अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. सुंदर सिंह नेगी ने लापरवाही के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महिला का इलाज सही प्रोटोकॉल के तहत हुआ था। प्रारंभिक आशंका है कि महिला की मौत पल्मोनरी एंबोलिज्म से हुई होगी, जिसमें खून का थक्का फेफड़ों की नसों में जाकर सांस रुकने की स्थिति पैदा कर देता है।

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उन्होंने बताया कि महिला की पहली डिलीवरी भी इसी अस्पताल में ऑपरेशन से हुई थी और इस बार भी सभी स्टेप्स मेडिकल गाइडलाइन्स के तहत अपनाए गए। फिर भी अस्पताल की ओर से आंतरिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं, जिसकी रिपोर्ट तीन दिन में सामने आएगी।

घर पर 4 साल का बच्चा कर रहा इंतजार

बता दें कि अर्चना की ये दूसरी डिलीवरी थी। इससे पहले भी उसने एक लड़के को जन्म दिया था। 4 साल का बेटा घर में मां का इंतजार कर रहा है। वहीं, दूसरी ओर 1 दिन के बच्चे जिसने अभी तक अर्चना का एहसास अच्छे से किया भी नहीं था, उसके सिर से मां का साया उठ चुका है। ऐसे में परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। 

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