#अपराध
May 14, 2025
हिमाचल : कार में पत्नी के साथ चिट्टा सप्लाई करने निकला तस्कर, बीच रास्ते में हुआ अरेस्ट
लंबे समय से कर रहे थे चिट्टा तस्करी का कारोबार
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मंडी। हिमाचल पुलिस द्वारा नशा तस्करों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। ताजा मामला जिला मंडी से सामने आया है- यहां नशे के खिलाफ चल रही सख्त मुहिम के तहत SIU टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए सुंदरनगर के डोडवां क्षेत्र में चिट्टा सप्लाई करने वाले दंपति को दबोचा है।
यह कार्रवाई मंगलवार शाम को उस समय अंजाम दी गई जब टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर नाका लगाया हुआ था। पुलिस को पहले से इनपुट मिला था कि सुंदरनगर की तरफ से एक संदिग्ध कार मंडी की ओर आने वाली है, जिसमें चिट्टा तस्करी हो रही है।
इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए SIU टीम ने मंगलवार को शाम करीब 7 बजे संदिग्ध कार को रोका और जब उसकी तलाशी ली गई तो गाड़ी के डैशबोर्ड से 28 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) बरामद की गई।
कार में सवार आरोपियों की पहचान सुंदरनगर निवासी हितेश कुमार और उसकी पत्नी वंदना महाजन के रूप में हुई है। दोनों पति-पत्नी लंबे समय से सुंदरनगर और बल्ह क्षेत्र में चिट्टे का कारोबार चला रहे थे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मुख्य आरोपी हितेश कुमार के खिलाफ पहले भी नशा तस्करी के कई मामले दर्ज हैं। इस बार वह अपनी पत्नी के साथ मिलकर तस्करी के गोरखधंधे में लिप्त पाया गया।
गिरफ्तारी के दौरान दोनों आरोपियों ने SIU टीम से चिट्टा छीनने की कोशिश भी की, लेकिन सतर्क पुलिस कर्मियों ने समय रहते उन्हें काबू कर लिया। बरामदगी के बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ NDPS एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
मामले की पुष्टि करते हुए SP मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर केस की जांच शुरू कर दी है। जल्द ही इन्हें अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी, ताकि इनके नेटवर्क और साथियों की जानकारी हासिल की जा सके।
गौरतलब है कि, इस तरह की कार्रवाई यह साफ संकेत देती है कि मंडी जिला में नशे के खिलाफ पुलिस की ओर से छेड़ी गई मुहिम केवल कहने भर की नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर इसका सख्त पालन किया जा रहा है। पुलिस अब हर स्तर पर तस्करों को पकड़ने और उनके नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए कदम उठा रही है।
विदित रहे कि, हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करी का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, जिससे समाज और खासकर युवा पीढ़ी पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। राज्य की शांत वादियों में अब नशे का जहर फैलाने वाले तस्कर सक्रिय हो गए हैं। स्थानीय तस्करों के साथ-साथ बाहरी राज्यों से आने वाले अपराधी भी इस अवैध कारोबार में लिप्त पाए जा रहे हैं। हिमाचल पुलिस लगातार इस चुनौती से निपटने के लिए सख्त कदम उठा रही है और बाहरी तस्करों को भी गिरफ्तार कर रही है।
हिमाचल प्रदेश की सीमाएं पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों से लगती हैं, जहां से ड्रग्स की आपूर्ति हो रही है। बाहरी तस्कर चरस, हेरोइन, अफीम और सिंथेटिक ड्रग्स हिमाचल लाकर बेच रहे हैं, जिससे राज्य के युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है। कुल्लू, मंडी, शिमला और कांगड़ा जिलों में नशा तस्करी के मामले सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं।
हिमाचल पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। हाल ही में पुलिस ने कई बाहरी तस्करों को गिरफ्तार किया है, जो पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से आकर हिमाचल में ड्रग्स की सप्लाई कर रहे थे। पुलिस की सक्रियता के चलते कई बड़े गिरोहों का भंडाफोड़ हुआ है। इसके अलावा, ड्रग माफिया पर लगाम लगाने के लिए पुलिस गुप्त सूचनाओं के आधार पर छापेमारी कर रही है और सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।