#अपराध
July 2, 2025
हिमाचल : एयरपोर्ट के पास चिट्टा सप्लाई करने आया था युवक, ग्राहक से पहले पहुंच गई पुलिस- हुआ अरेस्ट
गश्त पर थी पुलिस टीम- शक के आधार पर ली युवक की तलाशी
शेयर करें:
कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करों के हौंसले दिन-प्रतिदन बढ़ते जा रहे हैं। नशा तस्कर ग्राहकों तक माल पहुंचाने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। मगर पुलिस टीम द्वारा इन नशा तस्करों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
ताजा मामला हिमाचल के कुल्लू जिले से सामने आया है- जहां पक पुलिस टीम ने भुंतर एयरपोर्ट के पास एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने आरोपी युवक को हेरोइन की खेप के साथ गिरफ्तार किया है।
पुलिस टीम द्वारा पता लगाया जा रहा है कि युवक ये खेप किससे खरीद कर लाया था और आगे किसे देने वाला था। फिलहाल, इस बात का पता नहीं चल पाया है कि युवक पहले से इस कारोबार में शामिल है या नहीं।
मिली जानकरी के अनुसार, बीते कल पुलिस टीम रूटीन गश्त पर थी। इस दौरान पुलिस टीम ने भुंतर एयरपोर्ट के पास एक युवक को खड़े देखा। पुलिस टीम को युवक की हरकतों पर शक हुआ। ऐसे में पुलिस जवानों ने शक के आधार पर युवक की तलाशी ली।
तलाशी के दौरान उसके कब्जे से पुलिस टीम को 24 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। इसके बाद पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए खेप को अपने कब्जे में लेकर आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान 25 वर्षीय प्रथम गुप्ता के रूप में हुई है- जो कि दिल्ली के रोहिणी का रहने वाला है।
मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ NDPS एक्ट की धारा 21 के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। पुलिस टीम द्वारा युवक के रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं ताकि पता लगाया जा सके कि वो ये खेप कहां से और किससे लेकर आया था। शुरुआती जांच में माना जा रहा है कि युवक गेट के पास नशा सप्लाई करने के लिए खड़ा था और ग्राहक का इंतजार कर रहा था। मगर उससे पहले ही पुलिस वहां पहुंच गई और उसकी पूरी प्लानिंग खराब हो गई।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश जैसे शांत पहाड़ी राज्य में नशे की तस्करी का जाल दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है। खासकर चिट्टा (हेरोइन), अफीम और गांजे की तस्करी के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। चिंता की बात यह है कि इस अवैध कारोबार को सिर्फ स्थानीय तस्कर ही नहीं, बल्कि पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली जैसे बाहरी राज्यों के संगठित गिरोह भी बढ़ावा दे रहे हैं।
पुलिस और नारकोटिक्स विभाग की रिपोर्टों के अनुसार, राज्य के सीमावर्ती जिले- कांगड़ा, ऊना, सोलन और मंडी तस्करों के लिए प्रमुख रूट बनते जा रहे हैं। ये तस्कर युवा पीढ़ी को अपना आसान शिकार बना रहे हैं, जिससे स्कूल-कॉलेज के छात्र तक इस दलदल में फंस रहे हैं।
हाल ही में पकड़े गए कई मामलों में यह सामने आया है कि बाहरी राज्यों से आए तस्कर स्थानीय युवाओं को आर्थिक प्रलोभन देकर तस्करी के जाल में फंसा रहे हैं। सरकार और पुलिस प्रशासन नशे के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जब तक समाज जागरूक नहीं होगा और युवाओं को सही दिशा नहीं मिलेगी, तब तक इस बढ़ते खतरे को रोक पाना मुश्किल होगा।