#अपराध
November 2, 2025
हिमाचल पुलिस ने चंडीगढ़ से अरेस्ट किया चरस का मुख्य सप्लायर, साथियों ने बताया पता
चरस के साथ पकड़े गए थे सप्लायर के तीन साथी
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कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल की है। कांगड़ा जिले की नूरपुर पुलिस टीम ने 6 किलो 44 ग्राम चरस बरामदगी के मामले में मुख्य सरगना को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस टीम ने इस मुख्य सरगना को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी को नशा तस्करी के कई मामलों में पहले भी पकड़ा जा चुका है और इसे पुलिस ने एक पेशेवर ड्रग सप्लायर बताया है।
आपको बता दें कि बीती 11 अक्टूबर को पुलिस ने कंड़वाल में नाके के दौरान एK ऑल्टो कार नंबर T1025-HP-1132L को तलाशी के लिए रोका- जिसमें से 6 किलो 44 ग्राम चरस बरामद की गई थी। मौके पर पुलिस ने तीन आरोपियों- अनु कुमार (त्ररेला, मंडी), सुरेश कुमार और राम लाल (दोनों निवासी द्रोण, मंडी) को गिरफ्तार किया था।
जांच में सामने आया कि यह गिरोह लंबे समय से हिमाचल के अंदरूनी इलाकों से चरस की खेप लाकर बाहरी राज्यों में तस्करी करता था। पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वे चरस को ज्वाली क्षेत्र के एक व्यक्ति से लाते थे, जिसके बाद पुलिस ने मुख्य सरगना शुभकर्ण की तलाश शुरू की।
नूरपुर पुलिस की विशेष एंटी-ड्रग यूनिट ने पिछले कुछ हफ्तों से शुभकर्ण की तकनीकी निगरानी और कॉल लोकेशन ट्रेसिंग की। आखिरकार टीम ने शनिवार को चंडीगढ़ में दबिश देकर उसे पकड़ लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुभकर्ण वहां तस्करी नेटवर्क के माध्यम से नए खरीदारों से संपर्क बना रहा था। पुलिस ने इस गिरोह के मुखिया शुभकर्ण पुत्र रवि कुमार, निवासी समकेहड़, तहसील ज्वाली (जिला कांगड़ा) को शनिवार को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया।
SP नूरपुर ने बताया कि शुभकर्ण के खिलाफ पहले से ही दो नशा तस्करी के मामले दर्ज हैं। 16 जनवरी 2023 को थाना ज्वाली में इसे 780 ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया गया था। 12 मार्च 2024 को थाना कांगड़ा में इसके पास से 1 किलो 943 ग्राम चरस बरामद की गई थी।
इन मामलों के बावजूद आरोपी ने नशे के कारोबार से दूरी नहीं बनाई और लगातार सक्रिय रहा। पुलिस ने कहा कि आरोपी के नेटवर्क का दायरा हिमाचल से लेकर पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ तक फैला हुआ है।
पुलिस अधीक्षक नूरपुर ने बताया कि आरोपी से पूछताछ के दौरान अब यह पता लगाया जा रहा है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं, और चरस की सप्लाई किन इलाकों में की जाती थी। टीम अब फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन्स और मोबाइल डेटा की भी जांच करेगी ताकि पूरे गिरोह का पर्दाफाश हो सके।
नूरपुर पुलिस ने हाल के महीनों में नशा तस्करों पर लगातार शिकंजा कसते हुए कई कार्रवाइयाँ की हैं। पुलिस का कहना है कि नशा तस्करी से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह किसी भी इलाके या पृष्ठभूमि से क्यों न हो।
SP नूरपुर ने कहा कि शुभकर्ण एक संगठित तस्करी गिरोह का हिस्सा है। उसे पकड़ने में हमारी टीम को काफी मेहनत करनी पड़ी। यह गिरफ्तारी नशे के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है। आगे भी ऐसे तस्करों पर कार्रवाई जारी रहेगी।