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November 1, 2025
हिमाचल : एक कुत्ते के दो-दो मालिक, असली कौन? बुलानी पड़ी पुलिस
तीन महीने पहले लापता हुआ था हस्की नस्ल का कुत्ता
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मंडी। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसने इंसान और जानवर के बीच के गहरे लगाव की मिसाल पेश की है। तीन महीने तक एक मां-बेटी के प्यार और देखभाल में रहने वाला पालतू कुत्ता जब अपने असली मालिक से मिला, तो उसकी वफादारी और अपनापन देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह मामला मंडी के सदर क्षेत्र की सदयाणा पंचायत के भटवाड़ गांव का है। यहां रहने वाले गौरव शर्मा का हस्की नस्ल का पालतू कुत्ता करीब तीन महीने पहले अचानक गायब हो गया था। गौरव के बेटे ने यह कुत्ता लगभग 35 हजार रुपये में खरीदा था। परिवार ने उसे ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला।
कुत्ता भटकते हुए मंडी शहर की पैलेस कॉलोनी तक पहुंच गया, जहां दूसरे आवारा कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया। संयोग से वहां मौजूद एक सिख दंपती ने उसे बचाया और इलाज के लिए खुशबू नामक महिला और उसकी बेटी राधिका को सौंप दिया। मां-बेटी ने उस घायल कुत्ते को पशु चिकित्सालय में भर्ती करवाया और उसकी सेवा-संभाल की। धीरे-धीरे वह ठीक हो गया और उनके परिवार का हिस्सा बन गया।
रोजाना की तरह राधिका अपनी पढ़ाई के बाद कुत्ते को टहलाने ले गई थी, तभी गौरव शर्मा की नजर उस पर पड़ी। गौरव ने तुरंत पहचान लिया कि यह वही हस्की है जो उनका खो गया था। जब उन्होंने राधिका से बात की, तो पूरी कहानी सामने आ गई। लेकिन अब राधिका कुत्ता लौटाने के लिए तैयार नहीं थी, क्योंकि वह उसके साथ गहरा भावनात्मक जुड़ाव महसूस करने लगी थी।
मामले ने जब तूल पकड़ा, तो दोनों पक्ष शहरी पुलिस चौकी मंडी पहुंच गए। वहां का माहौल बेहद भावुक हो गया जब कुत्ते ने दोनों पक्षों को देखा। पहले वह गौरव के पास दौड़कर गया, फिर जब राधिका ने पुकारा, तो उसके पास लौट आया। उसकी आंखों में भी जैसे असमंजस झलक रही थी, कौन अपना है?
पुलिस ने दोनों पक्षों की बात ध्यान से सुनी और दस्तावेजों की जांच के बाद कानूनी तौर पर कुत्ते को उसके असली मालिक गौरव शर्मा को सौंप दिया। हालांकि, जब खुशबू और राधिका ने अपने "परिवार के सदस्य" को विदा किया, तो उनकी आंखें भर आईं। वहीं, गौरव शर्मा ने भी मां-बेटी के प्रति आभार जताया कि उन्होंने तीन महीने तक उसके कुत्ते की देखभाल की।