#अपराध
June 21, 2025
चिट्टे की जद में हिमाचल : 258 लोग हुए गिरफ्तार, महिलाएं-बुजुर्ग भी शामिल; 2 करोड़ से ज्यादा संपत्ति जब्त
भारी मात्रा में अलग-अलग तरह का नशा बरामद
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में नशे के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार तेज होता जा रहा है। राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत पुलिस और विशेष टास्क फोर्स ने बीते एक महीने के भीतर नशा तस्करी पर बड़ा प्रहार किया है।
इस दौरान पुलिस टीम ने कई नशा तस्करों को भारी मात्रा में नशे की खेप के साथ भी गिरफ्तार किया है। इस अवधि में प्रदेशभर में 183 NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज किए गए, जिनमें 258 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों में महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल हैं।
इस विशेष मुहिम के दौरान पांच मामलों में करीब 2.69 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया गया है। यह संपत्तियां आरोपियों की अवैध नशा तस्करी से अर्जित की गई थीं। जब्ती की प्रक्रिया कानून के मुताबिक आगे बढ़ाई जा रही है।
स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा चलाए गए इस अभियान में न केवल गिरफ्तारियां हुईं, बल्कि बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ भी बरामद किए गए हैं। इन जब्तियों से यह साफ हो गया है कि हिमाचल में नशे के रैकेट गहराई तक फैले हुए हैं, जिनके खिलाफ STF लगातार सक्रिय है।
नशे के खिलाफ यह लड़ाई सिर्फ कानूनी स्तर पर ही नहीं, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी लड़ी जा रही है। राज्य सरकार और पुलिस विभाग ने स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान शुरू किए हैं। युवाओं को नशे के दुष्परिणामों और इसके खिलाफ उठाए जाने वाले कदमों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
‘ड्रग फ्री हिमाचल’ ऐप और टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1908 के जरिए आम नागरिकों को भी नशा तस्करों की सूचना देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। किसी की पहचान उजागर किए बिना सूचना देना संभव है, जिससे नागरिकों की सुरक्षा भी बनी रहती है।
हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी ने स्पष्ट किया है कि हिमाचल में नशे के खिलाफ अभियान बिलकुल भी नरमी नहीं बरतेगा। उन्होंने कहा कि STF और ANTF की टीमें हर स्तर पर काम कर रही हैं- चाहे वह नशे के सौदागरों को पकड़ना हो या उनकी संपत्तियों को जब्त करना। उन्होंने कहा कि नशे की समस्या को खत्म करने के लिए हम पूरी ताकत से जुटे हैं। नशा तस्करी से अर्जित हर अवैध संपत्ति पर कानूनी कार्रवाई होगी।