#हादसा
September 5, 2025
हिमाचल: दो घरों के बुझ गए चिराग, नाले में मिली दोनों की देह, 18 और 22 साल थी उम्र
15 दिन पहले घर से निकले थे, परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़
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चंबा। हिमाचल के चंबा जिला से एक बेहद दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां दो घरों में उस समय मातम पसर गया, जब दो युवकों के शव नाले से बरामद हुए। दोनों युवकों की मौत से उनके घरों में मातम पसर गया। परिजनों को यकीन ही नहीं हो रहा था कि उनके जवान बेटे अब इस दुनिया में नहीं हैं। बेटों की मौत से उसके परिजनों को गहरा सदमा लगा है।
मिली जानकारी के अनुसार मामला चंबा जिला के उपमंडल चुराह का है। यहां के रखालू क्षेत्र में एक गहरी खाई से दो युवकों के शव आज शुक्रवार को बरामद किए गए हैं। जिससे पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। यह हादसा न केवल दो जिंदगियों का अंत लेकर आया, बल्कि दो परिवारों की खुशियों को भी सदा के लिए छीन ले गया।
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मृतक युवकों की पहचान 22 वर्षीय सुनील कुमार पुत्र विनोद कुमार निवासी गांव जखला डाकघर चांजू जिला चंबा और 18 वर्षीय सुरेश ठाकुर पुत्र यशपाल निवासी बड़ौतरा डाकघर चांजू तहसील चुराह जिला चंबा के रूप में हुई है। दोनों युवक 22 अगस्त से लापता थे।
मिली जानकारी के अनुसार सुनील कुमार 22 अगस्त को अपनी टैक्सी लेकर चंबा की ओर रवाना हुआ था। भारी बारिश और खराब मौसम के चलते उस दिन से क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह से बाधित हो गया। परिवार वालों को लगा कि वह जल्द ही लौट आएगा, लेकिन जैसे-जैसे दिन बीतते गए, परिजनों की चिंता बढ़ती गई। इसी बीच जब पहली सितंबर को नेटवर्क बहाल होने के बाद जब परिजनों ने सुनील से संपर्क करने की कोशिश की, तो उसका फोन बंद मिला। आसपास पूछताछ करने पर पता चला कि उस दिन उसके साथ सुरेश ठाकुर नाम का एक और युवक भी गया था।
परिजनों ने पुलिस की मदद से गाड़ी में लगे जीपीएस के ज़रिए लोकेशन ट्रैक की। खोजबीन के दौरान टैक्सी सुरगानी पुल के समीप नदी में बरामद हुई। गाड़ी की हालत देखकर अंदाजा लगाया गया कि यह किसी बड़ी दुर्घटना का नतीजा हो सकता है। जिसके बाद दोनों युवकों की तलाश शुरू की गई। इसी बीच आज शुक्रवार को रखालू क्षेत्र में हुए भूस्खलन के स्थान से टैक्सी के कुछ कलपुर्जे मिले।
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गाड़ी के कलपुर्जे मिलने के बाद पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में युवकों की तलाश शुरू की। पुलिस ने अग्निशमन विभाग के साथ सर्च ऑपरेशन शुरू किया। गहरी खाई में सर्च के दौरान दोनों युवकों के शव बरामद हुए। दोनों के शव काफी क्षत.विक्षत अवस्था में मिले, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि हादसा कई दिन पहले हुआ होगा।
दोनों युवकों की असमय मृत्यु से गांव में मातम पसर गया है। दो घरों के चिराग बुझ गए। एक ओर विनोद कुमार का इकलौता बेटा सुनील अब कभी घर नहीं लौटेगा, तो दूसरी ओर सुरेश ठाकुर जो अभी जीवन की शुरुआत में ही था परिवार के सपनों को अधूरा छोड़ चला गया। परिजनों का रो.रो कर बुरा हाल है।
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एसडीपीओ सलूणी रंजन शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि दोनों शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है और दुर्घटना के कारणों की जांच जारी है। प्रारंभिक जांच में लगता है कि भारी बारिश के कारण गाड़ी फिसल कर खाई में जा गिरी और उस पर चट्टानें गिर गईं। यह हादसा न केवल दो मासूम जिंदगियों की बलि ले गया, बल्कि यह भी दिखा गया कि पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और खराब नेटवर्क जैसी समस्याएं कितनी जानलेवा साबित हो सकती हैं।
सुनील के चाचा ने बताया वो बहुत मेहनती और जिम्मेदार लड़का था। हर दिन की तरह उस दिन भी सुबह टैक्सी लेकर निकला था। हमें क्या पता था कि वो अंतिम बार जा रहा है। वहीं सुरेश के पिता यशपाल ने कहा सुरेश ने अभी जिंदगी देखी ही कहां थी भगवान ने हमसे सब कुछ छीन लिया।
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गांवों में शोक की लहर है। दोनों युवकों की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। हर आंख नम थी, हर चेहरा गमगीन। यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर गई है कि ज़िंदगी कितनी अनिश्चित और नाजुक है।