#हादसा
October 10, 2025
हिमाचल : करवाचौथ पर सूनी हुई महिला की मांग, दो बच्चों से छिन गया पिता का साया
परिजनों को फोन पर मिली व्यक्ति की सूचना
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ऊना। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में करवाचौथ के पर्व पर एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। यहां दो बच्चों के पिता की एक हादसे में दर्दनाक मौत हो गई है। पति की मौत खबर मिलने के बाद पत्नी बेसुध हो गई। घर के मुखिया की दर्दनाक मौत के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
बताया जा रहा है कि बुधवार देर शाम अम्ब-अंदौरा रेलवे लाइन पर व्यक्ति की ट्रेन की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। हादसा शाम करीब 7 बजे भैरा स्टेशन से कुछ दूरी पर हुआ, जब नांदेड़ साहिब से अम्ब-अंदौरा की ओर आ रही ट्रेन ने ट्रैक पार कर रहे व्यक्ति को टक्कर मार दी।
मृतक की पहचान शिव चरण दास उर्फ शौंकी (55) पुत्र स्वर्गीय धनी राम निवासी वार्ड नंबर-7 दयाड़ा पंचायत, ऊना के रूप में हुई है। हादसे के तुरंत बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आसपास मौजूद लोगों ने रेलवे पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर जांच प्रक्रिया शुरू की।
स्थानीय वार्ड पंच बलविन्द्र कुमार ने बताया कि शिव चरण दास बुधवार दोपहर से ही घर से लापता था। परिजन उसकी तलाश कर रहे थे, लेकिन देर शाम जब रेलवे ट्रैक पर हादसे की सूचना मिली, तो गांव में मातम छा गया।
पहचान की पुष्टि होने पर परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक अपने पीछे पत्नी, एक बेटा और एक बेटी छोड़ गया है। परिवार का मुखिया चले जाने से घर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और ट्रैक से शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ भी की है ताकि हादसे के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके।
रेलवे पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह मामला ट्रेन की चपेट में आने का प्रतीत हो रहा है। फिलहाल किसी प्रकार की आपराधिक आशंका नहीं है। शव को पोस्टमार्टम के उपरांत परिजनों को सौंप दिया गया है और आगामी कार्रवाई नियमानुसार अमल में लाई जा रही है।
गांव दयाड़ा में हादसे के बाद शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों का कहना है कि शिव चरण दास एक मिलनसार और शांत स्वभाव के व्यक्ति थे। कोई नहीं सोच सकता था कि वे इस तरह से दुनिया छोड़ जाएंगे। गांव के बुजुर्गों ने प्रशासन से अपील की है कि परिवार को आर्थिक सहायता और मानसिक संबल प्रदान किया जाए।
रेलवे पुलिस ने हादसे के संबंध में मृतक के परिवार और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए हैं। घटना के समय ट्रेन के चालक और सहायक चालक से भी पूछताछ की जा रही है।
अधिकारियों के अनुसार, रेलवे ट्रैक के उस हिस्से पर शाम के समय दृश्यता कम थी और संभव है कि ट्रेन चालक व्यक्ति को ट्रैक पर देख नहीं पाया हो।
अम्ब-अंदौरा रेलखंड पर पिछले कुछ महीनों में यह तीसरा बड़ा हादसा बताया जा रहा है। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि रेलवे प्रशासन इस क्षेत्र में चेतावनी संकेतक और सुरक्षात्मक दीवारें लगाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।