#हादसा
October 25, 2025
हिमाचल: पिता की गोद में बैठे 5 साल के मासूम पर टूट पड़ा तेंदुआ, जबड़े में दबोच कर घसीट कर ले....
मासूम को जबड़े में दबोच घसीटने लगा तेंदुआ, पिता ने बचाया
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शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के चौपाल से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक तेंदुए ने पांच साल के बच्चे पर हमला कर दिया। बच्चा पिता की गोद में था और तेंदुए ने उसे अपने जबड़े में पकड़ कर घसीटने लगा। इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है। लोग अब घरों से बाहर निकलने से भी डर रहे हैं।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में अब जंगली जानवरों का आतंक तेजी से बढ़ता जा रहा है। इंसानी बस्तियों में तेंदुओं और भालुओं की बढ़ती आमद से ग्रामीणों में भय का माहौल है। शिमला जिले के उपमंडल चौपाल के देवत पंचायत के कोठमल गांव में पेश आई इस घटना ने एक बार फिर लोगों की नींद उड़ा दी है।
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यह घटना बीती देर रात की बताई जा रही है। जब कोठमल गांव में एक तेंदुए ने पांच वर्षीय मासूम जिहान पर हमला कर दिया, लेकिन पिता की बहादुरी ने बेटे की जान बचा ली। यह मंजर देखकर गांववाले भी दहशत में आ गए।
सूत्रों के अनुसार गांव के निवासी मोहम्मद सिकंदर अपने बेटे जिहान को गोद में लेकर पड़ोसी के घर से लौट रहे थे। अंधेरा गहराने लगा था और रास्ता सुनसान था। तभी झाड़ियों के पीछे छिपा तेंदुआ अचानक झपटा और बच्चे को अपने जबड़ों में दबोच लिया। तेंदुए की पकड़ इतनी मजबूत थी कि उसने बच्चे को घसीटना शुरू कर दिया।
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मगर पिता सिकंदर ने हिम्मत नहीं हारी और उन्होंने पूरी ताकत से बेटे को अपनी गोद में कसकर पकड़े रखा और तेंदुए से भिड़ गए। कुछ ही पलों की यह जद्दोजहद बच्चे की जिंदगी और मौत के बीच की लड़ाई बन गई। आखिरकार पिता ने किसी तरह तेंदुए के जबड़ों से बेटे को छुड़वाया। तेंदुआ मौके से जंगल की ओर भाग निकला।
तेंदुए के हमले से बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया है। परिजनों ने तुरंत उसे सिविल अस्पताल चौपाल पहुंचाया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया। चिकित्सकों के अनुसार बच्चे के शरीर पर नाखूनों और दांतों के गहरे निशान हैं, लेकिन फिलहाल उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह पहली घटना नहीं है जब देवत पंचायत क्षेत्र में तेंदुओं ने हमला किया हो। बीते वर्षों में भी कई बार जंगली जानवरों द्वारा मवेशियों और लोगों पर हमले हुए हैं। वन विभाग ने पहले कुछ जगहों पर पिंजरे लगाकर तेंदुओं को पकड़ने की कोशिश की थीए लेकिन लंबे समय से शांति बनी हुई थी। अब इस घटना के बाद ग्रामीण फिर से भयभीत हैं।
गांववालों ने घटना की जानकारी चौपाल प्रशासन और वन विभाग को दे दी है। ग्रामीणों ने मांग की है कि तुरंत प्रभावी कदम उठाए जाएं ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उनका कहना है कि क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जाए और पिंजरे दोबारा लगाए जाएं। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि टीम को घटनास्थल पर भेज दिया गया है और आसपास के क्षेत्रों में कैमरा ट्रैप और पिंजरे लगाने की योजना तैयार की जा रही है।