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June 29, 2025
हिमाचल में यहां फटा पहाड़, नाले में आई बाढ़, चार जिलों में भारी बारिश का "रेड अलर्ट"
मौसम विभाग ने प्रदेश के चार जिलों में जारी किया रेड अलर्ट
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शिमला/किन्नौर। हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। आज रविवार को किन्नौर जिले के शिल्टी ढांक क्षेत्र में बादल फटने जैसी भारी भूस्खलन की घटना ने लोगों को दहशत में डाल दिया। पहाड़ों से अचानक भारी मात्रा में मलबा और चट्टानें एक संकरे नाले में आ गिरीं, जिससे नाला बाढ़ जैसे उफान में आ गया। इस भीषण मलबे के बहाव के चलते शिल्टी सड़क मार्ग पूरी तरह असुरक्षित हो गया है, जिसे एहतियातन बंद कर दिया गया है।
इस सब के बीच मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के चार जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया है। यह रेड अलर्ट कांगड़ा,मंडी,सोलन, सिरमौर में जारी किया गया है। मौसम विभाग ने लोगों से एहतियात बरतने और नदी नालों से दूर रहने की अपील की है।
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हालांकि इस भयानक प्राकृतिक आपदा में किसी प्रकार की जानमाल की हानि नहीं हुई है, लेकिन स्थिति अभी भी बेहद नाजुक बनी हुई है। यह मार्ग स्थानीय लोगों के साथ.साथ पर्यटकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग है, जिसके बाधित होने से जनजीवन पर असर पड़ा है। प्रशासन ने शिल्टी क्षेत्र में अलर्ट जारी कर निगरानी बढ़ा दी है और लोगों से अपील की है कि वे जब तक हालात सामान्य न हों, इस रास्ते से सफर न करें।
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बता दें कि मौसम विभाग ने राज्यभर में 4 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना जताई है और येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं आज रविवार को प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि कुछ क्षेत्रों में इतनी तेज बारिश हो सकती है कि फ्लैश फ्लड यानी अचानक बाढ़ जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं। शनिवार शाम को राजधानी शिमला में भी जोरदार बारिश हुईए जिससे सड़कों पर जलभराव हो गया और यातायात प्रभावित हुआ।
इधर मंडी जिले में हालात और भी गंभीर बने हुए हैं। बीती रात से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कई इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं। मंडी के पंडोह डैम में पानी अपनी अधिकतम सीमा तक पहुंच गया है, जिससे इसके सभी पांच गेट खोलने पड़े हैं। इस समय डैम से 44,000 क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे ब्यास नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
प्रशासन ने लाउडस्पीकरों के माध्यम से लोगों को सतर्क किया है और नदी किनारे न जाने की सलाह दी है। ब्यास का यह उफनता हुआ जल अब संधोल, सुजानपुर, नादौन और देहरा होते हुए पोंग डैम की ओर बढ़ रहा है, जिससे आगे पंजाब के तलवाड़ा और निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
बता दें कि बुधवार को हिमाचल के चार जगहों पर बादल फटे थे। जिसमें कई लोग लापता हो गए थे। इन लापता लोगों में से अब तक 9 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। सबसे अधिक कांगड़ा जिला के धर्मशाला के साथ लगते खनियारा में मनूणी खड्ड में आई बाढ़ में बहे थे। यहां से अभ तक सात लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। एक की अभी भी तलाश जारी है। इसी तरह से कुल्लू जिला में भी दो लोगों के शव मिल चुके हैं।