#यूटिलिटी

April 15, 2025

हिमाचल में बदलेगा मिड-डे मील का मेन्यू, बच्चों को हफ्ते में मिलेंगे 2 अंडे; बन रहा SOP 

सीएम सुक्खू ने दिए एमडीएम में सुधार के आदेश 

शेयर करें:

Mid Day Meal Himachal

शिमला। हिमाचल सरकार पीएम पोषण योजना के तहत मिड डे मील को और पौष्टिक बनाने के लिए उसका विस्तार करने की तैयारी में जुटी है। सुक्खू सरकार ने इस योजना में मुख्यमंत्री बाल पौष्टिक आहार योजना को भी जोड़ रखा है, जिसमें अभी बच्चों को हफ्ते में एक बार अंडा दिया जाता है। नए मेन्यू में इस संख्या को बढ़ाकर 2 अंडे करने की तैयारी है।

एसओपी तैयार करने के आदेश

सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिक्षा निदेशालय के अफसरों से एमडीएम में सुधार के लिए एक एसओपी बनाने को कहा है। एसओपी बनने के लिए मिड डे मील का नया मेन्यू राज्य के 10 राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों में भी परोसा जाएगा। हिमाचल प्रदेश में मिड डे मील योजना में नर्सरी से कक्षा 8 तक के सरकारी और अनुदान प्राप्त स्कूलों के 5.34 लाख बच्चे शामिल हैं। हिमाचल सरकार ने पीएम पोषण योजना का विस्तार कर सीएम बाल पौष्टिक आहार योजना को भी शामिल किया है, जो कि बच्चों को पूरक पोषण आहार के रूप में दिया जा रहा है।

 

यह भी पढ़ें : डिप्टी सीएम की दो टूक: शानन पावर प्रोजेक्ट किसी भी हाल में पंजाब को नहीं देगी हिमाचल सरकार

मोटे अनाज भी परोसे जाएंगे

सुक्खू सरकार ने पिछले साल मुख्यमंत्री बाल पौष्टिक आहार योजना शुरू की थी। इस योजना में बच्चों को हफ्ते में एक दिन उबला हुआ अंडा और ताजे फल दिए जाते हैं। अब नए मेन्यू में हफ्ते में दो बार अंडा देने की तैयारी है। साथ ही इसमें मोटे अनाज- कोदो, बाजरा, बाथू, कुट्टू और चौलाई की भाजी जैसे पौष्टिक पदार्थों को भी शामिल करने की योजना है। इसके लिए कृषि विभाग ने खुद ही शिक्षा निदेशालय को प्रस्ताव भेजा है।

 

यह भी पढ़ें : हिमाचल: महिला ने सड़क किनारे खड़ी की स्कूटी, नंगल नहर में लगाने लगी छलांग

बढ़ाना पड़ेगा बजट

वर्तमान वित्तीय वर्ष में 12.75 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बजट आवंटित किया गया है। हालांकि, सीएम ने जरूरत पड़ने पर पूरक पोषण के लिए एडीशनल बजट उपलब्ध कराने का भी भरोसा दिया है। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार से पीएम पोषण के लिए आ रहे एमडीएम के 90 फीसदी फंड के अलावा हिमाचल सरकार को पूरक पोषण आहार के लिए मौजूद बजट आवंटन से करीबन 20 से 30 करोड़ और खर्च करना पड़ सकता है। मिड डे मील के फंड में हिमाचल सरकार की हिस्सेदारी 10 फीसदी है।

 

यह भी पढ़ें : सुक्खू सरकार बीजेपी MLA के खिलाफ लाएगी प्रिविलेज मोशन; दर्ज करवाएगी केस

निश्चित है पोषण का स्तर

मध्यान्ह भोजन में बच्चों की कक्षा के हिसाब से पोषण का स्तर निश्चित है। कक्षा-1 से 5 तक बच्चों को हर रोज 450 कैलोरी और 12 ग्राम प्रोटीन, कक्षा-6 से 8 तक 700 कैलोरी व 20 ग्राम प्रोटीन देना जरूरी है।

हर दिन अलग भोजन

हिमाचल प्रदेश में मिड डे मील योजना के मेन्यू में दाल, चावल, खिचड़ी, राजमा, सोया पुलाव, और मौसमी सब्जियां शामिल हैं। लेकिन 18 अगस्त 2024 को सीएम सुक्खू ने हमीरपुर से मुख्यमंत्री बाल पौष्टिक आहार योजना लॉन्च की थी, जिसमें अंडे और ताजे फलों का समावेश किया गया था। मिड डे मील के मेन मेन्यू में महीने में एक बार मटर पनीर, मशरूम, मीठा इत्यादि भी दिया जाता है। कुछ स्कूलों ने अपने स्तर पर चपाती देना भी शुरू किया है।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख