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April 24, 2025
हिमाचल में कल से बिगड़ेगा मौसम, तीन दिन बारिश-बर्फबारी के आसार; जानें कहां होगी
पर्यटकों के चेहरे खिले, किसान-बागवान मायूस
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मौसम बिगड़ने वाला है। अगले तीन दिन प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की संभावना है। ऐसे में प्रदेश भर में किसानों और बागवानों की चिंता बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार आज गुरुवार को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। जिसका असर आज रात से अधिक ऊंचाई वाले कुछेक क्षेत्रों में दिखेगा। हालांकि पिछले तीन दिन से प्रदेश भर में मौसम पूरी तरह से साफ था।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार हिमाचल में 25 से 27 अप्रैल तक प्रदेश के ऊंचाई और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है। इस दौरान प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, किन्नौर और लाहौल स्पीति जिला के कुछ क्षेत्रों में मौसम में बदलाव आएगा। मौसम के इस बदलाव से लोगों को गर्मी से भी राहत मिलने वाली है।
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मौसम विज्ञाग के अनुसार 28 अप्रैल से पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान राज्य के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही अगले 3 से 4 दिनों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में भी 2 से 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।
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हिमाचल प्रदेश में पलपल बदलता मौसम बाहरी राज्यों के पर्यटकों को खूब पसंद आ रहा है। पर्यटक उम्मीद जता रहे हैं कि मौसम विभाग का पूर्वानुमान सच हो और उन्हें मैदानों मंे बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी देखने को मिल जाए, जिससे उनका छुट्टी का समय यादगार बने। बाहरी राज्यों में भीषण गर्मी पड़ना शुरू हो गई है। ऐसे में उससे निजात पाने के लिए पर्यटक हिमाचल का रूख करने लगे हैं। राजधानी शिमला सहित कुल्लू मनाली में इस समय पर्यटकों की काफी भीड़ है। पर्यटकों की बढ़ती संख्या से पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों के चेहरों पर भी रौनक छा गई है।
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वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने एक बार फिर किसानों और बागवानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। बता दें कि मैदानी क्षेत्रों में किसानों की गेहूं की फसल पक कर तैयार हो गई है। ऐसे में बार बार बारिश और तूफान के चलते फसल जहां खेतों में बिछ गई है। वहीं किसान गेहूं की कटाई भी नहीं कर पा रहे हैं। यही हाल बागवानों का भी है। बारिश और ओलावृष्टि से बागवानों की सेब की फसल को नुकसान हो रहा है।