#यूटिलिटी

October 15, 2025

हिमाचल में यहां मिलेंगी शुद्ध देसी घी से बनी मिठाइयां, जानिए कितनी चुकानी होगी कीमत

अफसरों व राजनेताओं को भाती है ये मिठाई

शेयर करें:

Himachal Himfed

शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार के तहत आने वाली मिल्कफेड दीवाली पर बिकने वाली मिठाइयों को लेकर चर्चा में है। खबर है कि इस बार दीवाली के मौके पर मिल्कफेड 500 क्विंटल मिठाइयां बेचेगा। गौरतलब है कि ये मिठाइयां शुद्ध देसी घी से बनी होंगी।

19 अक्टूबर तक मिलेंगी मिठाइयां

प्रदेश में मिल्कफेड के 30 काउंटर पर आज से मिठाइयां मिलनी शुरू हो जाएंगी। इन काउंटरों पर दीवाली की पूर्व संध्या यानी 19 अक्टूबर तक मिठाइयां मिलेंगी। गौरतलब है कि त्योहारी सीजन पर मिलावटी मिठाइयों के विकल्प के तौर पर मिल्कफेड कई सालों से विभिन्न मिठाइयां उपलब्ध करवाता है। 

यह भी पढ़ें: कांग्रेस पर भड़के पूर्व CM शांता कुमार, कहा- पार्टी ने 'राजा साहब' का कद किया छोटा; जानें वजह

थर्ड पार्टी से बनवा रहे हैं मिठाई

मिल्कफेड कोरोना काल के बाद से थर्ड पार्टी से मिठाइयां बनवा रहा है। हालांकि कोरोना से पहले तक मिल्कफेड खुद मिठाइयां बनाता था। इस बार चंडीगढ़ की एक स्वीट शॉप को मिठाइयां बनाने का ऑर्डर दिया गया है। मिल्कफेड ने शॉप को इसके लिए शुद्ध देसी घी प्रोवाइड करवाया गया था।

स्वाद और भरोसे पर होती खरीद

प्रदेश में मिल्कफेड की मिठाई स्वाद और भरोसे के लिए खरीदी जाती है। खासतौर पर ब्यूरोक्रेट व राजनेता इन मिठाइयों को ज्यादा खरीदते हैं व इसे दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए गिफ्ट के रूप में भी इस्तेमाल की जाती हैं। बता दें मिल्कफेड की स्थापना 1990 में हुई व काम 1993 से शुरू हुआ।

यह भी पढ़ें: दीवार से टकराई सवारियों से भरी HRTC बस, तेज रफ्तारी से बिगड़ा ड्राइवर का संतुलन...

 गुणवत्ता का रखा गया खास ख्याल

गौरतलब है कि दीवाली के मौके पर बाजार में मिलने वाली मिठाइयों की गुणवत्ता सवालों के घेरे में रहती हैं। ये भी एक वजह है कि लोग हाथों-हाथ मिल्कफेड की मिठाइयां खरीदते हैं। दावा है कि मिल्कफेज मिठाई की गुणवत्ता का खास ख्याल रखता है।

CCTV की निगरानी में हुआ काम

मिल्कफेड के मार्केटिंग मैनेजर कहत हैं कि- इस बार गुणवत्ता का खास ख्याल रखा जा रहा है। गुणवत्ता की जांच के लिए विशेष टीम बनाई गई है। इसके अलावा मैन्युफेक्चरिंग का काम CCTV की निगरानी में किया जा रहा है। CCTV की जांच का एक्सेस मिलक्फेड के पास है।

यह भी पढ़ें: टल जाएगा हिमाचल पर आने वाला बड़ा खतरा! रक्षा सूत्र बांधेंगे ये दो देवता...

कम दाम में मिल सकती मिठाई !

खास बात है कि मिल्कफेड की मिठाइयां मार्केट के प्राइस से बराबर या कम दाम पर मिलेगी। पूरे प्रदेश में मिठाई की बिक्री के लिए कुल 30 काउंटर खोले गए हैं। इन काउंटर्स पर मिल्क केक, डोडा बर्फी, काजू बर्फी, सोन पापड़ी, कोकोनट बर्फी उपलब्ध रहेगी।

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत 

वर्तमान में मिल्कफेड पशुपालकों से विभिन्न सोसाइटी के माध्यम से दूध खरीदता है। इससे घी, मक्खन, पनीर, दही और खोया जैसे उत्पाद तैयार कर मार्केट में बेचे जाते हैं। ये सहकारी समितियों को संगठित करके और दूध खरीदकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है।

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख