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April 7, 2025
हिमाचल में 30 से पार हुआ तापमान, हीटवेव की चेतावनी जारी- जानें कब होगी बारिश?
दिन के समय विशेष सतर्कता बरतने की दी गई है सलाह
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शिमला। हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियां इन दिनों असमय गर्मी की मार झेल रही हैं। अप्रैल की शुरुआत में ही तापमान मई जैसे स्तर तक पहुंच गया है। राज्य के कई शहरों में तापमान 30 से पार पहुंच चुका है। गर्मी के कारण लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है।
सूबे के कई शहरों में तापमान सामान्य से 8 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुल्लू और मंडी जिलों में मौसम विभाग ने हीटवेव (लू) की चेतावनी जारी की है, और बीते दिन इन इलाकों में गर्म हवाओं का असर भी महसूस किया गया।
लोगों को दिन के समय विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को दोपहर में बाहर न निकलने की हिदायत दी जा रही है। इस समय प्रदेश के 12 से अधिक शहरों में पारा 30 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। बीते 24 घंटों में हिमाचल का औसत अधिकतम तापमान 1.1 डिग्री बढ़ा है और अब यह सामान्य से करीब 3.9 डिग्री अधिक हो गया है। आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी होने की आशंका है।
इस भीषण गर्मी के बीच राहत की खबर यह है कि 9 अप्रैल से पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) के सक्रिय होने की संभावना है। इसके चलते 12 अप्रैल तक पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश होने के आसार हैं। 9 अप्रैल को अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है, जबकि 10 और 11 अप्रैल को प्रदेश के अधिकांश भागों में बारिश की संभावना है। 12 अप्रैल को बारिश का असर केवल ऊंचाई वाले और मध्य पर्वतीय इलाकों में रह सकता है। इस बदलाव से न केवल तापमान में गिरावट आने की उम्मीद है, बल्कि किसानों और आम जनता को भी बड़ी राहत मिल सकती है, जो इस समय गर्मी और जल संकट से जूझ रहे हैं।
हीटवेव यानी गर्म हवा की तेज लहरें, सिर्फ असहज करने वाली गर्मी नहीं होतीं, बल्कि यह जीवन के लिए खतरा भी बन सकती हैं। चिकित्सकों के अनुसार, जब तापमान सामान्य से काफी अधिक हो जाता है और लगातार गर्म हवाएं चलती हैं, तो शरीर पर इसका गहरा असर पड़ता है। इससे शरीर में पानी की कमी (निर्जलीकरण) हो जाती है और शरीर के आवश्यक लवण जैसे सोडियम व पोटेशियम का संतुलन बिगड़ जाता है। यही असंतुलन हृदय और तंत्रिका प्रणाली को प्रभावित कर, सांस लेने और खून के प्रवाह में बाधा उत्पन्न कर सकता है। ऐसी स्थिति जानलेवा साबित हो सकती है।
हीटवेव की चपेट में आने वाले व्यक्ति में कई तरह के शारीरिक संकेत दिखाई देते हैं। इनमें अत्यधिक कमजोरी, सिरदर्द, उल्टी, दस्त, चक्कर आना, पसीना आना, मांसपेशियों में ऐंठन और झटके जैसी शिकायतें शामिल हो सकती हैं। इन लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है, इसलिए समय पर चिकित्सकीय सलाह लेना अत्यंत जरूरी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि हीटवेव के दौरान खुद को सुरक्षित रखना ही सबसे बड़ी सावधानी है। इसके लिए निम्नलिखित उपाय बेहद कारगर साबित हो सकते हैं-