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July 27, 2025

नहीं बुला रहा हिमाचल: बाढ़ और लैंडस्लाइड से बढ़ा खतरा, मुश्किल में पड़ सकते हैं टूरिस्ट

पहाड़ों में लापरवाही पड़ेगी भारी

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Himachal Monsoon

शिमला। हिमाचल प्रदेश में हुई बारिश ने जो कहर बरपाया है, उससे हर कोई वाकिफ है लेकिन बावजूद इसके कुछ टूरिस्ट इसे इग्नोर करके बरसात में पहाड़ों का रूख करने लगते हैं। हर साल तेज बारिश से हालात खराब होते हैं लेकिन हर साल इस मौसम में लोग घूमने निकल जाते हैं। आज हम आपको बताने वाले है वो तीन कारण जिनकी वजह से आपको बारिश में पहाड़ों में घूमने नहीं आना चाहिए।

1. आ सकती है बाढ़

बरसात के दिनों में भारी बारिश होने के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ जाता है। ओवरफ्लो होने से इनका पानी अपने दोनों छोरों पर कटान करने लगता है। इससे नदी का पानी गांवों में घुस जाता है जिससे बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं। 

नदियों से रहें दूर

पहाड़ों में कई जगहों पर नदियों के किनारे कैफे बनाए गए होते हैं। टूरिस्ट नदी किनारे बैठना पसंद करते हैं लेकिन बरसात के दिनों में ये कैफे बंद हो जाते हैं और अगर संचालन में रहें तो ये खतरे से खाली नहीं होते। आप बाढ़ के पानी का शिकार हो सकते हैं इसलिए पहले तो बरसात में हिमाचल आएं ही ना और अगर आएं तो नदी किनारों पर बिल्कुल ना जाएं।

 

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2. फट सकते हैं बादल

मॉनसून की बारिशें मूसलाधार होती हैं। ऐसे में बादल फटने की संभावनाएं बनी रहती हैं। ये एक और वजह है कि आपको बरसात के मौसम में पहाड़ों पर घूमने नहीं जाना चाहिए। जो स्थानीय लोग हैं, उन्हें भी समय रहते सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जाता है। 

प्रशासन पर बढ़ेगा लोड

जब बड़ी संख्या में टूरिस्ट ऐसी समस्याओं के बीच फंस जाएं तो उन्हें बचाना भी लोकल प्रशासन की जिम्मेदारी बन जाता है लेकिन इसी की ही वजह से मैनपावर पर लो़ड भी बढ़ता है। ऐसे में कई लोगों की जान भी चली जाती है।

 

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3. हो सकता है लैंडस्लाइड

ना जाने विकास के पीछे पहाड़ क्या-क्या कुर्बानियां दे रहे हैं। पेड़ काट दिए गए, पहाड़ काट दिए गए। ऐसे में लैंडस्लाइड तो होंगे ही। ये कब कहां हो जाए, कोई नहीं जानता। ऐसे में जब टूरिस्ट गाड़ियां लेकर सड़क पर उतरते हैं तो वे इस जोखिम के और करीब होते हैं। 

बारिशों में रहें सावधान

हम सबकी कोशिश रहनी चाहिए कि बरसात में बेवजह घरों से बाहर ना निकलें। जब तक कोई एमरजेंसी ना हो तब तक कोई रिस्क ना लें। मौसम अपडेट को गंभीरता से लें ना कि इसे मजाक समझें। हिमाचल में किसी ने मां को खोया, किसी ने भाई, किसी का तो पूरा परिवार चला गया। ऐसे में हमे सबक लेना चाहिए कि बारिशें जितनी सुंदर हो सकती हैं, ये उतनी ही डरावनी भी हो सकती हैं।

 

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