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February 26, 2025
हिमाचल: 66 स्कूलों में टीचरों के 201 पद समाप्त, वजह जान चौंक जाएंगे आप
मैथ्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषयों की एनरोलमेंट जीरो
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शिमला। हिमाचल सरकार ने राज्य के 8 जिलों के 66 सीनियर सेकंडरी स्कूलों में प्रवक्ता के 201 पदों को समाप्त कर दिया है। बिलासपुर, चंबा, कुल्लू, किन्नौर, लाहुल स्पीति, मंडी, शिमला और सोलन जिला के स्कूलों में मैथ्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी प्रवक्ता के 201 पदों को समाप्त करने की बड़ी वजह यह रही कि इन स्कूलों में मैथ्स, साइंस विषयों के लिए स्टूडेंट्स ही नहीं थे।
उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ.अमरजीत शर्मा की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, पदों को समाप्त करने के बाद इन स्कूलों में पढ़ा रहे टीचरों को अभी पूल में रखा गया है।
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उन्हें या तो आसपास के स्कूलों या फिर कहीं और पोस्ट किया जाएगा। विभाग ने शिक्षकों के पद के युक्तीकरण करने के मकसद यह फैसला लिया है। हिमाचल में अभी ऐसे कई स्कूल हैं, जहां स्टूडेंट्स की जीरो एनरोलमेंट है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ ने हिमाचल प्रदेश में टीचर-स्टूडेंट रेश्यो को 1:60 से घटाकर 1:30 करने की मांग की है। संघ का कहना है कि नई शिक्षा नीति में भी इस अनुपात को प्रति शिक्षक 30 स्टूडेंट ही रखा गया है।
प्रत्येक शिक्षक जितने कम छात्रों के साथ काम करता है, उतना ही अपने शिक्षण को विशिष्ट शिक्षण शैलियों के अनुकूल बनाने में सक्षम होते हैं। वह आमने-सामने सलाह देने वाले रिश्ते भी विकसित करने में सक्षम होते हैं। छोटे समूह में छात्रों को अपनी राय व्यक्त करने, प्रश्न पूछने और अपनी जरूरतों को बताने में सहज महसूस होने की अधिक संभावना होती है।
हिमाचल प्रदेश जल शक्ति विभाग में सरकार ने JE सिविल की पोस्ट ही ख़त्म कर दी है। अब इसके स्थान पर आउटसोर्स आधार पर “वर्क इंस्पेक्टर” की भर्ती की जाएगी। सरकार का मानना है कि जल शक्ति विभाग सिविल इंजीनियर के पद का कोई औचित्य नहीं है।
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ये कार्य वर्क इंस्पेक्टर कर सकता है। अब विभाग जल्द ही नियम बनाकर वर्क इंस्पेक्टर की भर्ती की जाएगी। इससे विभाग को आर्थिक बोझ भी कम पड़ेगा