#खेल
February 14, 2025
हिमाचल की होमानी ने रचा इतिहास, एशियाई सवाते चैंपियनशिप का गोल्ड जीत बनीं पहली भारतीय
फ्रेंच मार्शल आर्ट है सावेट, थुनाग के शिकावरी पंचायत की रहने वाली हैं होमानी
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मंडी। हिमाचल प्रदेश की एक और बेटी ने देश और राज्य का नाम रोशन किया है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के थुनाग के शिकावरी पंचायत की रहने वाली होमानी ने छठी एशियाई सवाते (savate) चैंपियनशिप-2025 का गोल्ड जीतकर इतिहास रचा है। सवाते एक फ्रेंच मार्शल आर्ट है और इस खेल में गोल्ड जीतने वाली होमानी पहली हिमाचली एथलीट बन गई हैं।
होमानी ने अपनी ताकत और तकनीक का प्रदर्शन करते हुए फाइनल में शानदार जीत हासिल की। होमानी का सफर आसान नहीं था। ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाली होमानी ने बचपन से ही खेलों में गहरी रुचि दिखाई। उनके माता-पिता ने हमेशा उनका साथ दिया और उन्हें प्रोत्साहित किया।
सवाते जैसे कम प्रचलित खेल में अपनी पहचान बनाने के लिए होमानी ने कड़ी मेहनत की और लगातार अभ्यास किया। उनके कोच और सपोर्ट स्टाफ ने भी उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
होमानी की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर उनके गांव, पंचायत और पूरे हिमाचल प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ गई है। होमानी के माता-पिता ने भी अपनी बेटी की सफलता पर गर्व व्यक्त किया और कहा कि उन्हें हमेशा से होमानी पर विश्वास था। ग्राम पंचायत शिकावरी के सरपंच ने भी होमानी को बधाई दी और कहा कि उनकी उपलब्धि ने पूरे गांव का नाम रोशन किया है।
होमानी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, कोच और सपोर्ट स्टाफ को दिया है। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहती हैं। उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि मेहनत और लगन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
सवाते एक फ्रांसीसी मार्शल आर्ट और कॉम्बैट स्पोर्ट है, जिसे "फ्रेंच किकबॉक्सिंग" भी कहा जाता है। इसमें मुक्केबाज़ी और किकिंग दोनों का मिश्रण होता है। यह यूरोप में काफी लोकप्रिय है और इसे पारंपरिक रूप से जूते पहनकर खेला जाता है, जो इसे अन्य किकबॉक्सिंग स्टाइल्स से अलग बनाता है।