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April 15, 2025

विक्रमादित्य ने कंगना को बताया बड़ी बहन, कहा- दीदी केंद्र से विकास का फंड लेकर आएं 

सरकार से पूरी मदद का दिया भरोसा 

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Vikramaditya singh kangana ranaut

कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के पीडब्लूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत को अपनी बड़ी बहन बताते हुए कहा है कि दीदी को केंद्र सरकार से प्रदेश के विकास के लिए फंड लेकर आना चाहिए। उन्होंने मंगलवार को कुल्लू में हिमाचल दिवस के कार्यक्रम से परे यह बात कही।  विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार से फंड लाने के काम में सुक्खू सरकार 'दीदी' की पूरी मदद करेगी।

हम उनके साथ खड़े

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बड़ी बहन होने के नाते हम उनकी इज्जत करते हैं। अब वे भाजपा की सांसद हैं और उन्हें केंद्र सरकार से विकास कार्यों के लिए फंड और सांसद निधि में पैसा लाना चाहिए। हम उनके साथ खड़े हैं और इसमें कोई राजनीति नहीं है। उन्हें बतौर सांसद हिमाचल प्रदेश के विकास में योगदान करना चाहिए और जिला प्रशासन उनके इस काम में पूरा सहयोग करेगा।

 

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चले थे बयानों के तीर

मंडी सीट पर पिछले साल के लोकसभा चुनाव में विक्रमादित्य सिंह और कंगना रनौत के बीच कई बार एक-दूसरे की आलोचनाओं के तीर चले थे। विक्रमादित्य सिंह ने तो कंगना को विवादों की रानी कह दिया था, तो कंगना ने भी जवाब में विक्रमादित्य सिंह को छोटा पप्पू कहा था। यही नहीं, कंगना ने हाल की अपनी मंडी यात्रा में विक्रमादित्य सिंह को राजा बाबू कहते हुए कहा था कि वे लोकसभा चुनाव में अपनी हार से उबर नहीं पाए हैं।

 

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विक्रमादित्य का कंगना पर तंज

इससे पहले विक्रमादित्य सिंह ने कंगना पर तंज कसते हुए कहा था कि मंडी की भाजपा सांसद के पास अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों के लिए समय नहीं है। उन्होंने साथ में यह नसीहत भी दी थी कि सांसद होने के नाते कंगना को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए।

 

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कंगना के कांग्रेस पर हमले

इस बयान के तीन दिन बाद ही कंगना ने करीब एक हफ्ते तक मंडी में प्रवास किया और दिशा की मीटिंग भी ली, जो उनके सांसद चुने जाने के 11 माह बाद हुई। उन्होंने मंडी में दो जनसभाएं कीं, जिसमें विक्रमादित्य सिंह और कांग्रेस के नेताओं- खासकर राज्य की सुक्खू सरकार पर ताबड़तोड़ हमले किए। इन हमलों का यह असर रहा कि दिशा की मीटिंग के दौरान युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कंगना से माफी मांगने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर दिया था।

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