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May 5, 2025

डिप्टी CM को विक्रमादित्य ने बताया वीरभद्र स्कूल ऑफ थॉट का शिष्य- CM के करीबी ने किया पलटवार

डिप्टी सीएम, पीडब्ल्यूडी मंत्री और सीएम के मीडिया कोऑर्डिनेटर की पोस्ट से संगठन में मची हलचल

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शिमला।  हिमाचल प्रदेश की राजनीति में इन दिनों कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की सोशल मीडिया पोस्टों ने संगठन के भीतर गहरे मतभेद और संभावित टकराव की तस्वीर को उजागर कर दिया है। सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के तीन सबसे चर्चित चेहरे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह इन दिनों परोक्ष रूप से एक-दूसरे के खिलाफ संकेतों में मोर्चाबंदी करते नज़र आ रहे हैं।

डिप्टी सीएम की पोस्ट ने चौंकाया

डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने सबसे पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली जिसमें लिखा था कि "साजिशों का दौर, झूठ के पांव नहीं होते।" इस पोस्ट को लेकर राजनीतिक हलकों में कयासों का दौर शुरू हुआ। सूत्रों की मानें तो मुकेश पार्टी के कुछ फैसलों और संगठन में अपनी भूमिका को लेकर असहज हैं। कहा जा रहा है कि उनके विभागों में मुख्यमंत्री द्वारा तैनात चेयरमैन और वाइस चेयरमैन की दखलंदाजी से वे लंबे समय से नाराज चल रहे हैं।

PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह का सोशल मीडिया पर डाला गया पोस्ट, जिसने सियाली हलचल तेज की है।

 

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यह भी चर्चा है कि विरोधी खेमा उन्हें डिप्टी सीएम पद से हटाकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाना चाहता है, पर वे इसके लिए तैयार नहीं हैं। हाल ही में उन्हें दिल्ली तलब किया गया था, जहां वे कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल से मिलकर लौटे हैं।

 विक्रमादित्य सिंह की सधी हुई चोट

मुकेश की पोस्ट के 48 घंटे के भीतर पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने एक और गूढ़ लेकिन गहरी पोस्ट की। उन्होंने लिखा कि जब आपको हराने के लिए लोग कोशिश नहीं, साजिश करने लगें तो समझ लीजिए कि आपकी काबिलीयत अव्वल दर्जे की है। इसके साथ ही उन्होंने खुद को "वीरभद्र सिंह स्कूल ऑफ थॉट" का शिष्य बताया और लिखा "न कभी डरना, न किसी को बेवजह डराना। जय श्रीराम।"

 

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इस पोस्ट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि यह सिर्फ सीएम के खिलाफ नहीं, बल्कि पार्टी में हो रही सियासी खेमेबंदी के प्रति एक साफ इशारा है। विक्रमादित्य सिंह पहले भी सुक्खू सरकार से नाराज होकर इस्तीफा दे चुके हैं, हालांकि बाद में मामला सुलझा लिया गया था।

 सीएम के करीबी भी दी प्रतिक्रिया

सीएम सुक्खू के मीडिया कोऑर्डिनेटर यशपाल शर्मा ने मुकेश की पोस्ट के कुछ ही घंटों बाद लिखा  कि "दौर-ए-साजिश तब से आम हो गया, जब से ठाकुर सुखविंदर सुक्खू के नाम से सीएम जुड़ गया।"

डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री द्वारा सोशल मीडिया हैंडल पर डाला गया पोस्ट

होली लॉज बनाम सुक्खू गुट की खेमेबाज़ी?

राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो यह टकराव सिर्फ सत्ता का नहीं, विचारधारा और नेतृत्व की लड़ाई भी है। विक्रमादित्य सिंह और मुकेश अग्निहोत्री दोनों पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की राजनीतिक विरासत से जुड़े हैं, जबकि सुक्खू कांग्रेस के एक अलग सांगठनिक मॉडल से आए हैं।

 

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विक्रमादित्य का सोशल मीडिया पोस्ट कहीं न कहीं 'होली लॉज' को एक बार फिर एकजुट करने का संदेश भी दे रहा है। होली लॉज यानी वीरभद्र सिंह का राजनीतिक केंद्र, जिससे अब तक हिमाचल कांग्रेस की गहराई तय होती रही है।

सुधीर शर्मा ने भी किया पोस्ट

वहीं इस सियासी उठापटक के बीच बीजेपी के विधायक सुधीर शर्मा ने भी पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा है कि उसका जो मालिक आया मुझे थप्पड़ लगा गया,
मेरा जो मालिक आया वह झगड़ा ही मिटा गया। उनकी पोस्ट के बाद लोग अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे है। 

हिमाचल में मचा घमासान

यह घटनाक्रम ऐसे वक्त में हो रहा है जब कांग्रेस आलाकमान हिमाचल में नए प्रदेश अध्यक्ष और कार्यकारिणी को लेकर मंथन कर रहा है। पार्टी के भीतर गुटबाज़ी अगर यूं ही सतह पर आती रही, तो आने वाले निकाय और पंचायत चुनावों में कांग्रेस को संगठनात्मक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
हाईकमान पर अब यह दबाव है कि वह इन बयानों और इशारों के पीछे की असल नाराजगी को समझे और जल्द समाधान निकाले। क्योंकि अगर यह मतभेद जल्द नहीं सुलझे तो हिमाचल कांग्रेस के भीतर एक नया शक्ति-संघर्ष सिर उठाने को तैयार बैठा है।

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